सुकमा। कर्तव्य का निर्वाह करते हुए अपने प्राणों की आहूति देने वाले सुरक्षा बल के अमर शहीदों को शनिवार 21 अक्टूबर को सुबह आठ बजे सुकमा में पुलिस रक्षित केंद्र स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित रक्षित केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस की टुकड़ी द्वारा गार्ड आॅफ आॅनर दिया गया. एसपी अभिषेक मीणा ने परेड की सलामी ली. बताया जा रहा है कि इस वर्ष 379 जवान शहीद हुए हैं जिसमें प्रदेश के 23 जवान शहीद हुए है.
परिसर में ही शहीद स्मारक पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा, कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य, जितेंद्र शुक्ला सहित अन्य अधिकारियों द्वारा शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर धनीराम बारसे, हरीश राठौड़, राजकुमार मिंज, रामगोपाल कारियारे, विंदयराज, आदित्य केशव, सलीम खाखा समेत काफी समेत पुलिस अधिकारी और शहीद परिवारों के परिजन थे.
शहीदो के परिजनों का सम्मान
कार्यक्रम के बाद कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना, जितेंद्र शुक्ला, धनीराम बारसे ने शहीद परिजनों का शॉल से सम्मान किया. ठीक उसके बाद कलेक्टर, एसपी ने परिजनों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को जाना. ज्ञात हो कि सभी परिजन जिले के अंदरूनी गाँवो से आए थे.
क्यों मनाया जाता है पुलिस शहीद दिवस
गौरतलब है कि आज से 55 वर्ष पहले अक्टूबर,1959 में लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में भारतीय पुलिस की एक छोटी टुकड़ी के जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये थे तभी से प्रति वर्ष 21 अक्टूबर को देश के कोने-कोने में दिवंगत शूरवीरों की स्मृति में पुलिस शहीद दिवस पर परेड का आयोजन किया जाता है.