राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। रिटायमेंट के करीब पहुंच गए कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। एमपी में रिटायरमेंट की उम्र 65 साल हो सकती है। मप्र राज्य कर्मचारी कल्याण समिति ने इसकी सिफारिश की है। समिति ने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।

पत्र में अधिकारी कर्मचारियों की संख्या कम होने का हवाला दिया गया है। कर्मचारी संघों की मांग पर पत्र लिखने का हवाला दिया गया है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। कर्मचारी संघ ने कहा है कि प्रमोशन का रास्ता साफ होने तक रिटायरमेंट उम्र बढ़ाई जाए। मप्र तृतीय वर्ग अधिकारी-कर्मचारी संघ ने मांग की है।

संघ के महामंत्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने कहा कि समिति की सिफारिश का स्वागत है। मध्यप्रदेश में अभी प्रमोशन बंद है। प्रमोशन का रास्ता निकलने तक रिटायरमेंट को बढ़ाना चाहिए। इधर संविदा कर्मचारी संघ ने कहा है कि संविदा कर्मचारियों की सुनवाई पहले हो। संघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने कहा कि रिटायरमेंट उम्र बढ़ना चाहिए लेकिन पहले संविदा कर्मचारियों की मांग पूरी हो। कर्मचारियों की दूसरी मांगों पर भी पहले सुनवाई हो।

वहीं बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने कहा कि राज्य कर्मचारी कल्याण समिति ने सिफारिश की है। सिफारिश पर मंथन होगा। रिटायरमेंट उम्र बढ़ेगी या नहीं बढ़ेगी, यह जनहित के हिसाब से देखा जाएगा। जो भी फैसला होगा जनहित के आधार पर होगा।

मामले में राज्य की विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने तंज कसा है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि रिटायरमेंट की एकमुश्त राशि देने के लिए सरकार के पास पैसा ही नहीं है। बैंक कर्मचारियों को रिटायरमेंट के दौरान एकमुश्त राशि दी जाती है। एकमुश्त राशि देने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं इसलिए रिटायरमेंट की उम्र बढ़ा रहे हैं।

ममता हुई शर्मसार: मां ने नवजात बच्ची को मरने के लिए जंगल में फेंका, ग्रामीण ने दी नई जिंदगी

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus