हेमंत शर्मा,रायपुर। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पुलिस विभाग के आलाधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. बैठक में कंट्रोल रूम को बेहतर करने, जुए-सट्टे पर थाना प्रभारियों पर कार्रवाई करने, दंतेवाड़ा में पोटाली पुलिस कैम्प का विरोध करने, ज्यादा पुलिस पेट्रोल पंप खोलने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई.

बैठक के बाद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि हर जिले के पुलिस अधिकारियों का एसपी से लेकर महिला सेल, क्राइम साइबर, सभी थाने के प्रभारियों को बुलाकर वर्तमान कार्यप्रणाली की समीक्षा करने का क्रम शुरू किया हूं. 14 से 15 जिले की समीक्षा कर चुका हूं. इसी कड़ी में आज रायपुर में समीक्षा किया गया.

उन्होंने कहा कि पूरी कार्यप्रणाली पर हम लोग चौकी का थाने में अपग्रेडेशन करना, कहां पर नया थाना खोलना, कहां पर चौकी खोलना, उसकी सीमा में परिसीमन करना. जैसे कोई गांव 25 किलोमीटर दूर थाना है या दूसरे साइड 5 किलोमीटर दूर थाना है, तो उसको परिसीमन करना, ताकि उनको सुविधा मिले.

पुलिस पेट्रोल पंप और ज्यादा खुलेंगे

पुलिस पेट्रोल पंप और ज्यादा से ज्यादा खोलना है, जिससे पुलिस वेलफेयर फंड में ज्यादा पैसा आ सके. पुलिस कर्मचारियों के 40 साल से पुराना क्वार्टर है, उसको नया बनाया जाएगा. अपराध को लेकर जिले में किस प्रकार के हैं, उस पर फोकस करके उसे नियंत्रित करना.

कंट्रोल रूम को करेंगे बेहतर

रायपुर शहर को एक जगह से कंट्रोल करने के लिए जो कंट्रोल रूम बनाए हैं और विकसित करना है. उसमें जो थोड़ी कमी है, उसको दूर करने के लिए और क्या करना है. इसके लिए बजट की व्यवस्था हो, ताकि एक ही जगह से बैठकर पूरी रायपुर शहर को हम कंट्रोल कर सकें. सीसीटीवी कैमरा के लिए करीब 130 करोड़ रुपये की और जरूरत. उसके लिए भी मांग किया जाएगा.

जुए-सट्टे पर थाना प्रभारियों पर होगी कार्रवाई

शहर में हत्या, चोरी, डकैती, बलात्कार, नशा, नशे पर और सट्टे पर ज्यादा फोकस करने के लिए थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं.
जिसके थाना क्षेत्र में जुए का मामला आएगा तो उसकी जिम्मेदारी फिक्स होगी. उन पर कार्रवाई होगी. उन व्यक्तियों पर कार्रवाई बाद में होगी. क्षेत्र के थाना प्रभारियों पर होगी कार्रवाई इसको लेकर निर्देशित किया गया.

अध्ययन के लिए तेलंगाना व महाराष्ट्र जाएगी टीम

देशभर में तेलंगाना और महाराष्ट्र की पुलिसिंग कार्रवाई बहुत अच्छा है. उसके लिए एक कमेटी बनाकर वहां भेज रहे हैं, जो वहां जाकर अध्ययन करें. महाराष्ट्र और तेलंगाना की पुलिस इनके और उससे अच्छा हम यहां क्या कर सकते हैं. उसको लागू करने की दिशा में भी काम होगा.

बस्तर में पुलिस कैम्प के विरोध के सवाल पर कहा

जो नहीं चाहता कि कैंप लगे, वह दूसरे लोगों को भड़का के ग्रामीणों को कह के आगे कर देते हैं. कैंप हम लगा रहे हैं. वह नक्सलियों को समाप्त करने के लिए और लोगों की सुरक्षा के लिए है. उनको हम गांव वालों को हमारा साथ देना चाहिए. दूसरे के भड़काने में आकर वह विरोध करें, यह उचित नहीं है. हमारे अधिकारी लगे हुए हैं. उन को समझाने में, ताकि उनकी सुरक्षा के लिए हम लोग जो कर रहे हैं. उसको लेकर वह सहयोग कर सकें.