प्रेम नारायण मौर्य, रायगढ़। रामलीला मैदान के जीर्णोद्धार और अवैध कब्जे से मुक्त कराने के लिए रायगढ़ के खेल प्रेमियों का आठ साल से जारी संघर्ष रंग लाता नजर आ रहा है. खेल प्रेमियों की मांग पर रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह ने आज आरआई, पटवारी की टीम बनाकर नाप-जोख के लिए रामलीला मैदान भेजा है. टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा.

रायगढ़ के खेल प्रेमी रामलीला मैदान के जीर्णाद्धार के लिए संघर्ष कर रहे हैं. क्रिकेट खिलाड़ी विकास पांडे कहते हैं कि बीते 8 -10 वर्षों से रामलीला मैदान के लिए हम लड़ते आ रहे हैं. लेकिन तब से लेकर अब तक सिर्फ प्रशासनिक खानापूर्ति ही देखने को मिली है. पूर्व में मैदान के जीर्णाद्धार के लिए लाखों रुपए के आवंटन होने की बात कही जा रही है, लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ नहीं दिखता है.

रामलीला मैदान का नाप-जोख करने पहुंची आरआई और पटवारी की टीम

विकास ने बताया कि उन्हें मीडिया के माध्यम से पता चला है कि मैदान की निर्माण कार्य हो रहा है. यह गलत है, जिसके हम विरोध में हैं. जांच में मैदान की चौड़ाई 90 मीटर बताया जा रहा है, जिसमें से 6 मीटर पर कब्जे की बात सामने आ रही है. हमारी मांग है कि जिला प्रशासन रामलीला मैदान का जीर्णोद्धार कर इसके रखरखाव की ओर ध्यान दे.

पूर्व एल्डरमैन नितेश सोनी कहते हैं कि मैदान में निर्माण किया गया है. बाउंड्री वॉल से लगभग 6 मीटर आगे तक की जमीन पर कब्जा कर कार्य हो रहा है. इस अवैध कार्य को तत्काल प्रभाव से रोकना चाहिए. मैदान का कायाकल्प होना चाहिए और इस मैदान के आसपास जितने भी अवैध निर्माण है, उन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जानी चाहिए. मैदान के पास ही एलआईसी की ऑफिस है. ऑफिस के कर्मचारी मैदान को पार्किंग बना रखा है, उस पर भी जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए.