रायपुर। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने अमित जोगी को जिला स्तरीय छानबीन समिति पर आरोप लगाने पर जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि झूठ फैलाने से पहले आवेदन की कॉपी एक बार पढ़ लेते. आरपी सिंह ने कहा कि अमित बाबू आपकी पत्नी गुमशुदा है या फरार बेहतर आप ही बता सकते हैं. जहां तक नोटिस की बात है तो नोटिस उसी अस्थायी और स्थायी पते पर भेजी गई है जो ऋचा रुपाली साधू ने अपने आवेदन में लिखा है. झूठ फैलाने से पहले आवेदन की कॉपी पढ़ लीजिए,और कितना झूठ बोलेंगे आप ?

आरपी सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि अमित बाबू आपकी पत्नी ऋचा जोगी उर्फ ऋचा रूपाली साधु ने अपने आवेदन में कहीं भी आधार कार्ड का उल्लेख ही नहीं किया है तो फिर भला मुंगेली कलेक्टर को आकाशवाणी तो होगी नहीं! आधार कार्ड का जिक्र आवेदन में नहीं किया गया है यही शिकायत तो संत कुमार नेताम ने भी की है.

अमित जोगी ने ट्वीट कर ये आरोप लगाया था

क्या स्व. अजीत जोगी जी की बहू गुमशुदा या फ़रार है कि कलेक्टर @MungeliDist को उनके स्व. दादा जी के घर में नोटिस चस्पा करके गाँव में मुनादी करानी पड़ी।मर्यादा की भी हद होती है. सबको मालूम है कि पत्नी का घर उसका ससुराल होता है।क्या एक बार भी उन्होंने उनके आधार कार्ड वाले पते पर.

बता दें कि मरवाही उपचुनाव के बीच जोगी परिवार का जाति मामला एक बार फिर तूल पकड़ता जा रहा है. संतराम नेताम ने जिला स्तरीय छानबीन समिति में ऋचा जोगी की जाति को लेकर शिकायत की है. उन्होंने जाति को फर्जी बताया है. इस पर समिति ने ऋचा जोगी को नोटिस जारी किया है. उन्हें 12 अक्टूबर को समिति के समक्ष पेश होने कहा है.