सोहराब आलम, मोतिहारी. Rishabh Ranjan Success Story: बिहार न्यायिक सेवा में पूर्वी चंपारण जिले में ऋषभ रंजन ने 44वां रैंक लाकर पूरे चंपारण ही नहीं बल्कि बिहार का मान सम्मान भी बढ़ाया है। शहर के चांदमारी मुहल्ला वासी अधिवक्ता रंजन वर्मा के बड़े पुत्र ऋषभ रंजन ने दूसरे अटेम्प्ट में न्यायिक सेवा में सफलता पाई है, जिसको लेकर उनके माता-पिता और पूरा परिवार खुशी से उत्साहित है.

कोविड-19 के बाद शुरू की तैयारी

न्यायिक सेवा में सफलता मिलने पर माता प्रतिमा वर्मा और भाई ने ऋषभ रंजन को मिठाई खिलाकर बधाई दी। वहीं, ऋषभ रंजन ने भी अपनी माता के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया और अपने माँ भाई को भी मिठाई खिलाया।

ऋषभ रंजन ने कहा कि, कोविड-19 के बाद घर से ही न्यायिक सेवा की तैयारी हम कर रहे थे। इस बार हमें सफलता मिली हैं। ऋषभ कि बेसिक शिक्षा मोतिहारी से ही हुई है और अब न्यायिक सेवा में जाकर लोगों को न्याय मिल सके इस पर विशेष रूप से काम करेंगे।

छोटे भाई ने भी पूरी की लॉ की पढ़ाई

ऋषभ रंजन की मां प्रतिमा वर्मा ने बताया कि, हम काफी खुश हैं कि मेरे बेटे ने न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है। मेरे पति वकील है और मेरे दोनों बेटे भी अपने पिता की काम में हाथ बटाते थे। ऋषभ को पिता का बड़ा सहयोग मिला है, इसलिए मेरे बेटे ने सफलता हासिल की है। ऋषभ का छोटा भाई भी लॉ फ़ाइनल कर लिया है।

ये भी पढ़ें- ‘भूलिएगा मत….बिहार में जो विकास हुआ वो हमने किया’, CM नीतीश ने लालू सरकार को लेकर कही ये बात