वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर. वृंदावन के संत रितेश्वर महाराज मंगलवार को बिलासपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नशा का उन्मूलन हो, इसके लिए मेरा प्रयास जारी है. छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में शराबबंदी होनी चाहिए. हम अपने आने वाले पीढ़ी को संस्कार दे सकें, यही हमारा मूल कर्तव्य है.
छत्तीसगढ़ी और हिंदी बोलना नहीं आती तो शर्म की बात है- रितेश्वर महाराज
उन्होंने कहा कि धर्म युक्त राजनीति होनी चाहिये, ये देश निरपेक्ष है, धर्म सदा से एक था, एक है और एक रहेगा. आपने सुना है सनातन संस्कृति के उदघोष को धर्म की जय हो. कभी हिंदू धर्म की जय हो इस्लाम धर्म की जय हो, क्रिश्चियन धर्म की जय हो, यह नहीं कहा. यहां के लोग हिंदी समझते न संस्कृत समझते. पर भाषा विलायती बोलते हैं. भारत और छत्तीसगढ़ में रहकर छत्तीसगढ़ी और हिंदी बोलने नहीं आता तो यह शर्म की बात है.
स्टालिन पर बोले रितेश्वर महाराज
एमके स्टालिन के बेटे उदयानिधि के बयान के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्टालिन के पुत्र बहुत अच्छे एक्टर हैं. ना उन्होंने आज तक किसी वेद का अध्ययन किया है, न संस्कृत का, और ये सनातन के विषय में बोल रहे हैं. ये तो ऐसी बात हो गई कि ईएनटी के पास चले जाइये आप अपने हार्ट की सर्जरी करवाने फिर तो भगवान ही आपका मालिक है.
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