रायपुर। हाईपावर कमेटी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति निरस्त करने के फैसले के सप्ताह भर बाद तक चले नाटकीय घटना क्रम में सोमवार को कलेक्टर बिलासपुर ने जोगी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया है। कलेक्टर की इस कार्रवाई ने प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर भूचाल ला दिया है।

अमित जोगी का निर्वाचन हो रद्द

जोगी के धुर विरोधी और उनकी जाति को लेकर आए दिन प्रश्न चिन्ह लगाने वाले पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने एक बार फिर जोगी पिता-पुत्र पर हमला बोला है भूपेश ने अमित जोगी की जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर उनका भी निर्वाचन रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अब दोनों पिता-पुत्र पर एफआईआर दर्ज होना चाहिए।

मुख्यमंत्री कर रहे हैं जोगी की मदद 

भूपेश ने लल्लूराम डॉट कॉम से बात करते हुए कहा इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पर भी निशाना साधा है उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जोगी की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कोर्ट के दबाव में फैसला लिया है। उसके बाद भी वे उन दोनों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि हाईपावर कमेटी का फैसला आए 1 सप्ताह हो चुका है लेकिन उसकी रिपोर्ट को सरकार सार्वजनिक क्यों नहीं कर रही है।

फैसले की कॉपी क्यों नहीं दी जा रही है

भूपेश ने कहा कि शिकायतकर्ताओं को अभी तक कापी क्यों नहीं दी गई है। कलेक्टर को यदि पेटीशनर की हैसियत से कापी दी गई है तो बाकि के पेटीशनरों को कापी क्यों नहीं दी गई जबकि इसमें संतराम नेताम, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा भी पेटीशन हैं। कापी पांचों को दिया जाना चाहिए था। आरटीआई के तहत भी कापी क्यों नहीं दी जा रही है। पिता का कर दिए हैं तो बेटा का क्यों नहीं किए हैं। बेटा का भी निरस्त कर सूचना निर्वाचन आयोग को भेजना चाहिए कि ये अनुसूचित जनजाति के नहीं हैं। इन्हें अपात्र घोषित किया जाए।

अंधेरे में तीर मार रहे हैं भूपेश

जोगी के करीबी और कांग्रेस से निलंबित विधायक आर के राय का कहना है कि भूपेश अंधेरे में तीर मार रहे हैं। प्रेस विज्ञप्ति लेकर सीएम से लेकर राज्यपाल तक घूम रहे हैं। पहले हाईपावर कमेटी के फैसले की कापी तो ले आएं। भूपेश बघेल का बयान हास्यास्पद है बगैर देखे पढ़े कुछ भी बोल रहे हैें।