मेरठ. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 11 लोकसभा क्षेत्रों को मथने के लिए चौधरी चरण सिंह संदेश रथयात्रा निकाली जा रही है. 13 दिसंबर को संदेश यात्रा मेरठ में पहुंचेगी और जिसका रालोद कार्यकर्ता जोरदार स्वागत करने की तैयारी में जुटे हैं.

दरअसल, 2024 के लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय लोकदल ने अपनी खोई ताकत पाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. रालोद का फोकस युवाओं, किसानों, महिलाओं और मजदूरों पर होगा. पार्टी पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपनी मजबूत दावेदारी वाली पांच लोकसभा सीट मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, मथुरा और गाजियाबाद सीटों पर खास ध्यान देगी.

यहां जाट वोटर को साधने से लेकर जनता की मांगों को समझने के लिए पार्टी कार्यकर्ता जमीन उतरेंगे. जनता के मुद्दों को समझने के बाद एक पत्र भी तैयार करेंगे. 2014 के लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय लोकदल को हार का सामना करना पड़ा था. रालोद के परंपरागत जाट और मुस्लिम समीकरण के टूटने से ऐसा हुआ था.

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इसके बाद 2019 में रालोद ने सपा, बसपा और कांग्रेस के महागठबंधन में शामिल होकर चुनाव लड़ा. इसमें भी रालोद मुखिया रहे अजित सिंह और जयंत चौधरी को हार का सामना करना पड़ा. पूर्व रालोद मुखिया चौधरी अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी के दिशा निर्देशों पर पार्टी दो आम चुनावों से चली आ रही जीत का सूखा खत्म करने के लिए पूरी तैयारी कर रही है.

इसके लिए रालोद ने मिशन 2024 को लेकर चौधरी चरण सिंह संदेश रथयात्रा शुरू की है, जो दो महीने में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 लोकसभा क्षेत्रों और 55 विधानसभा क्षेत्रों का भ्रमण करेगी. इसके साथ ही प्रदेश के 75 जिलों में बड़े आयोजन किए जाएंगे.

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