Rajasthan News: राजस्थान में पिछले 48 घंटों में सड़क हादसों ने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। जयपुर, जोधपुर, अलवर समेत कई जिलों में हुई दुर्घटनाओं में करीब 40 लोग काल के गाल में समा गए। सबसे दर्दनाक हादसा रविवार को फलोदी के मतोड़ा में हुआ, जहां बीकानेर के कोलायत से कपिल मुनि आश्रम के दर्शन कर लौट रही टेंपो ट्रैवलर और ट्रेलर की आमने-सामने की टक्कर में 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। चार यात्री गंभीर रूप से घायल है।

हादसे का मंजर देख हर आंख नम हो गईं। सड़क पर बिखरे 15 शवों को देख मौके पर मौजूद लोगों का कलेजा कांप उठा। मृतक जोधपुर के सूरसागर थाना क्षेत्र के चांदपोल स्थित नैनची बाग के रहने वाले थे। इनमें 10 महिलाएं, चार बच्चे और चालक शामिल हैं। सोमवार सुबह जब शव गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। पूरा मोहल्ला मातम में डूब गया।

शाम को निकली शवयात्रा में जोधपुर प्रभारी मंत्री मदन दिलावर, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए। नैनची बाग मुक्तिधाम में 12 चिताएं एक साथ सजीं। बारह लाशें एकसाथ जलती देख हर किसी की रूह कांप गई। तीन शव अलग-अलग जगहों पर ले जाए गए। अंतिम संस्कार के दौरान महिलाओं का विलाप और पुरुषों की सिसकियां आसमान से टकरा रही थी।

हादसे ने कई परिवारों को उजाड़ दिया। छावरलाल सांखला ने एक झटके में पत्नी ललिता और बेटी दिव्या खो दी। दिव्या की शादी महज आठ महीने पहले हुई थी। रविवार शाम पांच बजे उसकी आखिरी कॉल आई थी-‘पापा, बस पहुंचने वाले हैं।’ लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था।

सबसे बड़ा झटका मोतीलाल सांखला के परिवार को लगा। एक साथ आठ परिजन मौत के मुंह में समा गए। इनमें दो पुत्रवधू गीता व शर्मिला, पोते की पत्नी सानिया, पौत्री दक्षु, रामसिंह की पत्नी शर्मिला और अन्य शामिल हैं। बेटे रामसिंह ने बताया, “विवाह समारोह में थे, तभी फोन आया। पैरों तले जमीन खिसक गई।” उमेश की पत्नी गूंजन गंभीर घायल हैं।

पूरे नैनची बाग में मातम पसरा है। लोग एक-दूसरे को सांत्वना देते थक गए। मंत्री मदन दिलावर ने मृतक परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की, लेकिन किसी की आंख का आंसू थमने को तैयार नहीं। फलोदी पुलिस ने ट्रेलर चालक के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर लिया हैं।

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