प्रतीक चौहान. रायपुर/बिलासपुर. अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर में मरीजों से सीटी स्कैन जांच के नाम पर लूट मची हुई है. लूट इसलिए क्यों जिस जांच के प्रदेश के बड़े से बड़े प्राइवेट अस्पताल में 5-6 हजार रुपए शुल्क है उस जांच के अपोलो हॉस्पिटल में करीब 17 हजार  रूपए लिए जा रहा है.

 हम बात कर रहे है सीटी स्कैन एब्डामिन विथ कांट्रास्ट की. राजधानी के विभिन्न अस्पताल में इसका शुल्क पता किया तो सभी जगह 5-6 हजार रूपए बताया गया. लेकिन ये जांच का बिल एक मरीज ने लल्लूराम को उपलब्ध कराया है उसमें मरीज से अस्पताल प्रबंधन 16 हजार 820 लिया जा रहा है.

इस संबंध में जब अस्पताल प्रबंधन के पीआरओ देवेश से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये हमारे अस्पताल में यही शुल्क है. बाकी का हमें पता नहीं.

क्या मोटा रिफ्रल देने के लिए लिया जा रहा ये शुल्क ?

अब सवाल ये है कि प्रदेश के बड़े से बड़े अस्पतालों में यदि इस जांच का 4-5 अधिकतम 6 हजार रूपए लिए जा रहा है तो अपोलो अस्पताल में ऐसा कौन सा सीटी स्कैन किया जा रहा है जिसका शुल्क मरीजों से 16 हजार 820 रूपए लिया जा रहा है ? अब ये स्वास्थ्य विभाग के लिए भी जांच का विषय है कि क्या अस्पताल में कही रिफ्रल देने का कोई नया फंडा अपनाकर मरीजों से लूट तो नहीं की जा रही है ?

ऐसे मरीजों को भर्ती क्यों कर लेते हो: डॉक्टर

इस संबंध में मरीज के परिजनों ने बताया कि जब अस्पताल के डॉक्टर से उक्त शुल्क के संबंध में पूछा तो डॉक्टर ने स्टॉफ को चिल्लाते हुए ये कहा कि ऐसे मरीजों को भर्ती क्यों कर लेते हो जो पैसा नहीं दे पाते है. वहीं मरीज के परिजनों का ये भी आरोप है कि उक्त जांच मरीज के बिना सहमति के हुई है. क्योंकि मरीज को पथरी की शिकायत थी. ऐसे में अचानक तेज दर्द की वजह से अस्पताल इलाज करने पहुंचे थे.