संजय विश्वकर्मा, उमरिया। केंद्र सरकार द्वारा गरीबों को मुफ्त (एक रुपए किलो) और सामान्य वर्ग को 10 रुपए किलों के हिसाब से राशन दिया जा रहा है। यह राशन सहकारी दुकानों के माध्यम से वितरण किया जाता है। सरकार द्वारा दिए जाने वाले गरीबों के राशन में डाका का मामला सामने आया है। राशन दुकान संचालक द्वारा इलेक्टॉनिक तराजू में गड़बड़ी कर कम मात्रा में अनाज दिया जा रहा था। मामला उजागर होने पर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया। हंगाने के बाद मामले की जांच के निर्देश दिए है।

दरअसल मामला उमरिया जिले के बिलासपुर तहसील अंतर्गत ग्राम माणिकपुर की उचित मूल्य की दुकान का है। जहां इलेक्टॉनिक तराजू में फेरफेर (सेटिंग कर) हितग्राहियों को मक मात्रा में अनाज दिया जा रहा था। इसकी शिकायत लंबे समय से मिल रही थी। आज हितग्राहियों का धैर्य जवाब दे दिया और दुकान में धावा बोलकर दिए राशन को कई बार तौला गया गया। हर बार अलग अलग मात्रा निकला। हंगामे की जानकारी लगते ही डिप्टी कलेक्टर मीनाक्षी बंजारे ने मामले की जांच के आदेश दिए है। बताया जाता है कि बीते 3 माह से तराजू में गड़बड़ी कर ग्रामीणों को सेल्समैन कम तौल का अनाज दे रहा था। हंगामे के बाद उचित मूल्य की दुकान में ग्रामीणों ने दूसरा इलेक्टॉनिक तराजू दिया है। जिससे अनाज तौल कर दिया गया।

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