अविनाश श्रीवास्तव/रोहतास। जिले में पहली बार दत्तक ग्रहण की कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई जो प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। मंगलवार को सासाराम स्थित संध्या विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान (SAA) में रह रही परित्यक्त बालिका मानवी को केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (CARA), नई दिल्ली के दिशा-निर्देशों के तहत अमेरिका निवासी दंपत्ति नंदा बलौड और आयरन बलौड को गोद दिया गया।
डीएम उदिता सिंह ने दिलाया दत्तक, दी शुभकामनाएं
समाहरणालय स्थित डीएम कार्यालय में आयोजित संक्षिप्त समारोह में जिलाधिकारी उदिता सिंह ने सभी विधिक प्रक्रियाओं के बाद बच्ची को नए माता-पिता को सौंपा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे को सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल मिलना चाहिए ताकि उसका सम्पूर्ण विकास हो सके। डीएम ने जिला बाल संरक्षण इकाई को निर्देश दिया कि भविष्य में भी परित्यक्त और जरूरतमंद बच्चों के पुनर्वास के लिए संवेदनशीलता के साथ कार्य किया जाए।
CARA गाइडलाइन के अनुरूप पारदर्शी प्रक्रिया
जिला बाल संरक्षण इकाई की पदाधिकारी विनीता कुमारी ने बताया कि सभी औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद दंपत्ति को अंतिम दत्तक ग्रहण प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता, संवेदनशीलता और CARA के नियमों के अनुसार संपन्न हुई।
दंपत्ति ने जताई खुशी
अमेरिका निवासी दंपत्ति नंदा और आयरन बलौड ने कहा कि वे मानवी के पालन-पोषण में पूरी जिम्मेदारी निभाएंगे। उन्होंने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मानवी अब उनके परिवार का हिस्सा बन गई है और वे उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए पूरी तरह समर्पित रहेंगे।
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