RPF Latest News: प्रतीक चौहान. रायपुर रेल मंडल के एक पोस्ट ने अपने पोस्ट के नाम के अनुरूप ही एक कारनामा किया. उन्हें संभवत: उम्मीद होगी कि मीडिया और उच्च अधिकारियों तक इस कारनामे की जानकारी नहीं पहुंचेगी. लेकिन मामले की पोल खुल गई है.

डीएससी ऑफिस से जुड़े एक उच्च पदस्थ सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर ये जानकारी दी है कि उक्त पोस्ट में 2 महीने पहले 147 के केस के नाम पर बड़ा खेल किया गया. जिसकी जानकारी अब आरपीएफ कमांडेंट तक पहुंच गई है. हुआ कुछ यूं कि एक स्कूल के कुछ स्टॉफ डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में पोस्टर चिपका रहे थे.
साहब के आदेश पर उन्हें पकड़ा गया और चालानी कार्रवाई के नाम पर पैसे लिए गए. उन्हें ये कहा गया कि जो पैसे लिए है उसकी रसीद उन्हें दी जाएगी. लेकिन पैसे लेने के बाद अब तक उन्हें रसीद नहीं मिली है और उक्त मामलों को लोक अदालत में पेश कर रसीद देने की तैयारी है.
लेकिन लोक अदालत में कितना जुर्माना होगा ये पहले से आरपीएफ के अधिकारियों ने कैसे तय कर लिया ? अब ये आरपीएफ के लिए जांच का विषय है कि उक्त आरोपियों से कितने पैसे लिए गए ? सूत्र बताते है कि लल्लूराम डॉट कॉम ने जब इसकी पड़ताल शुरू की तो आरपीएफ के कुछ स्टॉफ इस मामले में एक्टिव हो गए और उन्होंने आरोपियों से मीडिया से दूरी बनाने और कुछ भी न कहने की बात कही.
हालांकि जिनका चालान काटने के नाम पर पैसे लिए गए है उन्होंने लल्लूराम से इस बात की पुष्टि कर दी है कि आरपीएफ से उन्हें कोई रसीद नहीं मिली है. इतना ही नहीं ऐसे किसी भी मामले में आरपीएफ को चालानी राशि को खुद लेने का कोई भी अधिकार प्राप्त नहीं है.