प्रतीक चौहान, रायपुर। राजधानी के मंदिर हसौद रेलवे स्टेशन में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक रेल यात्री को चलती ट्रेन में हार्ट अटैक आया. आनन-फानन में चेन पुलिंग की गई, ट्रेन रुकी तो एंबुलेंस के रास्ते पर मालगाड़ियां रोड़ा बन रही थी, फिर क्या था RPF ने मरीज की जान बचाने के लिए स्टेशन मास्टर से बात कर मालगाड़ियों को हटवाई, फिर मरीज को अस्पताल ले जाया गया.

दरअसल, ट्रेन से एक शख्स अपनी पत्नी के साथ रायपुर से भुवनेश्वर के लिए निकला था. मंदिर हसौद पहुंचते ही हार्ट अटैक आ गया, उसी दौरान प्लेटफॉर्म में चैन पुलिंग हुई. अलार्म बजते ही ऑन ड्यूटूी ऑफिसर ने दौड़ लगाई, तो पता चला की किसी को हार्ट अटैक आया है.

मंदिर हसौद यार्ड में मालगाड़ियों की कतार थी, जिसकी वजह से एंबुलेंस को मरीज तक पहुंचने में परेशानियां हो रही थी, मरीज को तत्काल इलाज की जरूरत थी. ऐसे में RPF की सेवा भाव ने मरीज को बचाने के लिए RPF सब इंस्पेक्टर तरूणा साहू के नेतृत्व में तत्काल मालगाड़ियों को वहां से हटवाया और फिर एंबुलेंस को मरीज तक लाया गया.

इस बीच फिर एक परेशानी आन पड़ी. एक मालगाड़ी और आ गई और फिर फाटक बंद हो गया. फिर दूसरे रास्ते से मरीज को अस्पताल लाया गया. जहां मरीज का इलाज जारी है. ये सब ‘गोल्डन आवर’ के कारण किया गया, ताकि मरीज की जिंदगी बच सके, क्योंकि हार्ट अटैक के मरीज की सेहत के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. जिस व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है अगर उसे इस समय के दौरान सही इलाज मिल जाए तो उसकी जिंदगी को बचाया जा सकता है.

बता दें कि ये मामला ट्रेन नंबर 18426 इंटरसिटी एक्सप्रेस का है. रेल सुरक्षा बल मंदिर हसौद चौकी प्रभारी तरुणा साहू, आरक्षक सीके साहू और स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे मरीज की जान बच गई. मरीज का नाम अशोक अग्रवाल है, जिनकी उम्र 62 वर्ष है. इस बीच बारिश ने भी जमकर इम्तिहान लिया.

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