नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव सामने आने के साथ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की टिप्पणी भी राजनीतिक रंग लेने लगी है. एक ओर नागपुर में आयोजित कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत की सीमा पर तैनात सैनिकों के शहीद होने का मुद्दा उठाया, वहीं दूसरी ओर प्रयागराज में सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने 2025 में राम मंदिर बनने की बात कहकर मंदिर के मुद्दे को हवा दे दी.
नागपुर में गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि बिना युद्ध के सीमा पर सैनिक शहीद हो रहे हैं. वजह है हम अपना काम सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं. इसे हमें सही करना है. उन्होंने कहा कि अपने देश के लिए मरने का समय तब था, जब स्वतंत्रता नहीं थी. अब आजादी के बाद सीमाओं पर अपने देश के लिए मरने का समय तब होता है. जब युद्ध होता है. देश को बड़ा बनाना है तो देश के लिए जीना सीखना होगा.
संघ प्रमुख के सैनिकों के परिवारों की चिंता करते हुए कहा कि किसी देश से लड़ाई हुई तो पूरे समाज को लड़ना पड़ता है. सीमाओं पर सैनिकों को भेजा जाता है. अगर किसी का बलिदान हो गया तो उसके परिवार को कमी न हो, ये चिंता समाज को करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि देश में नीतियां हर किसी को प्रभावित करती हैं. न तो मैं नीति बनाता हूं और न ही आप, लेकिन हम सभी पर इसका असर पड़ता है. महंगाई बढ़ी, बेरोजगारी बढ़ी, लेकिन न तो मैंने इसे बढ़ाया और न ही आपने, लेकिन हम सब पर इसका असर पड़ा, इसीलिए हमें अपने देश के लिए जीना सीखना होगा.
राम मंदिर निर्माण से होगा देश का विकास
दूसरी ओर प्रयागराज में कुंभ मेले के दौरान आयोजित कार्यक्रम में सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर 2025 में बनेगा. अयोध्या में जब राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा तो देश तेजी से विकास करने लगेगा. उन्होंने कहा कि देश में विकास की गति उसी तरह बढ़ेगी, जैसे 1952 में सोमनाथ में मंदिर निर्माण के बाद शुरू हुई थी. अयोध्या के मंदिर निर्माण के बाद देश अगले 150 साल के लिए पूंजी प्राप्त कर लेगा. हालांकि, बाद में भैयाजी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि हमारी इच्छा है कि मंदिर निर्माण 2025 तक पूरा होना चाहिए. 2025 से मंदिर निर्माण शुरू करने की बात नहीं है. अगर अभी से मंदिर बनना शुरू होता है तभी 5 साल में बनेगा.