नई दिल्ली। कोरोना ने दिल्ली की एक सोसायटी को इतना डरा दिया है कि उन्हें खुद अब कोरोना से बचाव को लेकर कदम उठाने पड़ रहे हैं. दूसरी लहर में करीब 100 निवासी संक्रमित होने और दर्जन भर मृत्यु के बाद स्थानीय लोगों ने अब खुद सोसायटी में एम्बुलेंस और एक मेडिकल स्टोर बनाया है, जिसमें कोरोना से बचाव की चीजों को रखा गया है. दिल्ली की विकासपुरी में कई अपार्टमेंट्स है, जिनमें करीब 1800 लोग रहते हैं. पर्यावरण अपार्टमेंट की आरडब्ल्यूए ने कोरोना नियमों के मद्देनजर अलग-अलग कदम उठाए हैं. एक कमरे को कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए तैयार किया है, जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर, पीपीई किट कोरोना से बचाव के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाईयों को भी रखा गया है.

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इसके अलावा एक एम्बुलेंस का भी इंतजाम किया है, ताकि आपात स्थिति में उसका इस्तेमाल किया जाए. सोसायटी ने 6 सदस्यों की एक टीम बनाई है, जो कोरोना मरीजों की मदद के लिए है. पर्यावरण अपार्टमेंट के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष रजनीश भास्कर ने बताया कि पिछली बार हमारी सोसायटी में करीब 100 लोग संक्रमित हुए, जिसमें 12 लोगों की जान गई. उसके बाद हमने कोरोना से बचाव के लिए कदम उठाना शुरू कर दिए. कोविड के मामले आने के बाद हमारी सोसायटी में भी 10 लोग बीमार पड़े हैं.

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हमने कोरोना नियमों का पालन करने के साथ-साथ निर्माण कार्य को रुकवाया है. हमारी सोसायटी में मौजूद एक क्लब को हमने मेडिकल स्टोर में तब्दील कर दिया है. ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर के अलावा ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम किया हुआ है. उन्होंने आगे बताया कि हमारे क्लब में दवाईयां भी मौजूद हैं, ताकि कोई निवासी सोसायटी से बाहर न जाये और सब एहतियात बरतें. सोसायटी में मौजूद संक्रमित मरीजों को किसी तरह की जो समस्या हो वो बता सकते हैं, उनको कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी. हम अपने लोगों का ध्यान रख रहे हैं.

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सोसायटी में संक्रमित मरीजों व अन्य निवासियों के लिए फ्री डॉक्टर कंसल्टेंट भी मुहैया कराई गई है, ताकि वह किसी भी वक्त डॉक्टर से बात कर सही कदम उठा सकें. सोसायटी में एक समय अंतराल पर सैनिटाइजेशन भी कराया जाता है. वहीं एक गेट पर एंट्री के लिए डिजिटल स्कैनर भी लगाया गया है, जिसकी मदद से सिर्फ सोसायटी में निवासी ही एंटर कर सकते हैं.