विकास कुमार/सहरसा। मैथिली भाषा, साहित्य और संस्कृति को नई पहचान दिलाने के उद्देश्य से सहरसा में तीन दिवसीय सहरसा लिटरेचर फेस्टिवल 2026 आयोजित किया जाएगा। इसकी तैयारी को लेकर मंगलवार को पीजी सेंटर में संस्कृति मिथिला की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें आयोजन से जुड़ी रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ कि यह महोत्सव 17 से 19 जनवरी 2026 तक जिला मुख्यालय सहरसा में आयोजित होगा।

भारत-नेपाल के साहित्यकार, फिल्मकार और कलाकार आएंगे

आयोजक संस्था संस्कृति मिथिला के प्रतिनिधियों ने बताया कि इस बार का फेस्टिवल विशेष रूप से मैथिली साहित्य, संस्कृति एवं सिनेमा पर केंद्रित होगा। भारत और नेपाल के कई प्रसिद्ध लेखक, कवि, फिल्मकार और संस्कृतिकर्मी सहरसा पहुंचकर विभिन्न सत्रों में अपनी सहभागिता देंगे। आयोजन के दौरान साहित्यिक विमर्श, सांस्कृतिक परिचर्चा, फिल्म विषयक सत्र और कवि सम्मेलन जैसे कई कार्यक्रम होंगे।

कला व पुस्तक प्रदर्शनी भी होगी

फेस्टिवल में प्रतिभागियों और दर्शकों के लिए मिथिला पेंटिंग, हस्तशिल्प, साहित्यिक कृतियों और नई पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसके साथ ही शाम के सत्रों में आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आयोजित की जाएंगी ताकि मिथिला की परंपरा और कला को व्यापक मंच मिल सके।

बैठक में शामिल हुए कई साहित्यकार

बैठक में संस्कृति मिथिला के अध्यक्ष रामकुमार सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष तरुण झा, डॉ. अरुण कुमार सिंह, डॉ. संजय वशिष्ठ, डॉ. बलवीर झा, किसलय कृष्ण, कुमार विक्रमादित्य, डॉ. सुमन कुमार, सत्यप्रकाश झा, और डॉ. गीता कुमारी सहित कई साहित्यकार उपस्थित रहे।