जशपुर। केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय और दिवंगत बीजेपी नेता दिलीप सिंह जूदेव के राजनीतिक गुरू देवकी महाराज ने भाजपा खिलाफ बोलना शुरू कर दिया है. इनका कहना है कि पार्टी का कांग्रेसीकरण हो रहा है. भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा बीजेपी में चापलूसों और ठेकेदारों की सिर्फ पूछपरख हो रही है, वहीं जिन्होंने अपना पूरा जीवन पार्टी की सेवा में लगा दिया, उनकी उपेक्षा की जा रही है.
बीजेपी को सत्ता तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका रखने वाले कुनकुरी के देवकी महाराज ने कहा कि जिस विचारधारा के साथ वे पार्टी से जुड़े थे, वे अब दिखाई नहीं देते. सख्त सिद्धांतों के लिए जानी जाने वाली इस पार्टी में निष्ठा की जगह चापलूसी और मतलबपरस्ती ने ले ली है. उन्होंने कहा कि जिन नीतियों के कारण वे कांग्रेस का विरोध करते रहे, अब वही नीतियां बीजेपी में भी दिखाई देनी लगी हैं. उन्होंने इस कारण राजनीति से किनारा कर लेने की बात भी कही.
नाराजगी की वजह बेहद अजीब
बताया जा रहा है कि जशपुर के कुनकुरी में मंगलवार से राज्यस्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता शुरू होने वाली थी. राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय मुख्य अतिथि थे. देवकी महाराज को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. लेकिन उनका नाम पार्टी के कई नए नवेले नेताओं से भी नीचे था. इसे लेकर इनमें नाराजगी देखी गई. वे कार्यक्रम में नहीं पहुंचे. पार्टी के बड़े नेता इस बारे में ज्यादा कुछ खुलकर नहीं बोल रहे हैं.
देवकी महाराज को मनाने की कोशिश जारी
राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय से जब इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने बड़े ही व्यंग्यात्मक तरीके से कहा कि देवकी महाराज अस्वस्थ होने के कारण नहीं पहुंचे. वहीं नाराजगी के सवाल पर ये कहते हुए वे आगे बढ़ गए कि “हम उनसे मिल लेंगे “.
बता दें कि ये कार्यक्रम सरकारी था और इसमें पार्टी की कोई भूमिका नहीं है, लेकिन देवकी महाराज का मानना है कि इसमें आयोजकों से ज्यादा उन नेताओं की गलती है, जिन्होंने नेताओं के नाम की सूची सौंपी.
बहरहाल वरिष्ठ भाजपा नेता देवकी महाराज की पार्टी से नाराजगी सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बन गई है.
गौरतलब है कि देवकी महाराज भाजपा के कई दिग्गज नेताओं के राजनीतिक गुरू माने जाते हैं. इन्हें मनाने की कोशिश शुरू हो गई है.