रायपुर। कल धमतरी के गंगरेल में एक ऐसा वाकया हुआ, जो किसी को भी सोचने पर मजबूर कर देगा कि किस कदर की लापरवाही की जा रही है और इसे देखने वाला कोई नहीं है. दरअसल कन्हैया अग्रवाल परिवार के साथ गंगरेल घूमने के लिए गए थे. उन्होंने कहा कि वे कुल 12 लोग थे. उन्हें वहां आईलैंड भी देखना था. इसके लिए उन्होंने बोट ली. बोट वाले ने उनसे 3 हजार रुपए लिए और आईलैंड पर पहुंचा दिया.
बोटवाले ने आईलैंड पर ही छोड़ा
जब कन्हैया अग्रवाल बोट से आईलैंड पर जा रहे थे, तब तक वे बहुत खुश थे. वहां पहुंचकर भी इन्होंने बहुत एंजॉय किया. लेकिन जैसे ही इनके वापस लौटने का समय हुआ और बोटवाला इन्हें लेने के लिए नहीं आया, तब उन्हें चिंता शुरू हुई. मोबाइल का नेटवर्क काम नहीं कर रहा था. घना जंगल था और अंधेरा हो गया था. बोटवाले की लापरवाही पर पूरा परिवार सकते में आ गया था. बाद में जैसे-तैसे नेटवर्क पकड़ने पर उन्होंने अपने मित्रों को घटना की जानकारी दी.
कन्हैया अग्रवाल के दोस्तों ने कलेक्टर को जानकारी दी. कलेक्टर के आदेश पर कन्हैया अग्रवाल और उनकी फैमिली को रेस्क्यू किया.
इधर कन्हैया अग्रवाल का कहना है कि वे पुलिस में मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराएंगे. हालांकि अभी तक उन्होंने शिकायत दर्ज नहीं कराई है. वहीं धमतरी के एसपी रजनेश सिंह ने कहा कि पुलिस के पास अगर शिकायत आती है, तो आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.