हरिश्चंद्र शर्मा, ओंकारेश्वर। तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में रविवार को बड़ा हादसा टल गया। नर्मदा तट के चक्रतीर्थ घाट पर स्नान कर रहे तीन लोग अचानक गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। स्थिति गंभीर हो चुकी थी, लेकिन मौके पर मौजूद स्थानीय युवक ने साहस और तत्परता दिखाते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर तीनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डूबने वालों में जयपुर निवासी सुदीप (38), एक वृद्ध पुरुष (लगभग 65 वर्ष) और एक किशोर शामिल था। ये सभी स्नान करते समय अचानक गहरे पानी में चले गए और तैरने में असमर्थ होने से डूबने लगे। जैसे ही लोगों ने शोर मचाया, उसी समय घाट पर मौजूद कुलदीप केवट नदी में कूद पड़े और बिना किसी सुरक्षा साधन के एक-एक कर तीनों को बाहर निकाला। थोड़ी सी देर होती तो तीनों की जान जा सकती थी।

ये भी पढ़ें: काम वाली बाई ने दिया बच्ची को जन्म, मालिक के टी शर्ट में लपेट कर फेंका, कचरा गाड़ी में मिली नवजात की सुलझ गई गुत्थी, कलयुगी मां को पुलिस ने पकड़ा

सुरक्षा प्रबंध नहीं

कुलदीप ने बताया कि घाट पर कोई सुरक्षा प्रबंध नहीं है। लाइफगार्ड या सुरक्षा कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण ही ऐसे हादसे होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु बिना अंदाजा लगाए गहरे पानी में चले जाते हैं और अनजाने में दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। वहीं स्थानीय लोगों ने कुलदीप के साहस की सराहना की है और प्रशासन से मांग की है कि तीर्थनगरी के घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जाए।

ये भी पढ़ें: बिना वेरिफिकेशन नौकरानी रखना पड़ा भारीः स्कूल संचालक के घर से 4 लाख नकदी और 30 लाख के जेवरात पार, चोरी की वारदात CCTV में कैद

बड़े हादसे का इंतजार ?

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी वाले पवित्र ओंकारेश्वर घाटों पर अब तक प्रभावी सुरक्षा इंतज़ाम क्यों नहीं किए गए। यदि समय रहते प्रशासन जागरूक नहीं हुआ तो भविष्य में कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H