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यह पहली बार है जब किसी निजी संस्थान ने सरकार को इतना बड़ा लोन बिना किसी इंटरेस्ट के दिया
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पिछले साल भी संस्थान की ओर से सरकार को की गई थी लोन की पेशकश
मुंबई. कैश संकट से जूझ रही महाराष्ट्र सरकार के लिए शिरडी साईं संस्थान एक राहत भरी खबर लेकर आया है. शिरडी के साईबाबा मंदिर ट्रस्ट ने सरकार को ‘निलवंडे’ सिंचाई योजना पूरी करने के लिए 500 करोड़ रुपए का इंट्रेस्ट फ्री लोन देने का फैसला किया है. इसमें निर्माण होने वाली नहर से अहमदनगर की कई तहसीलों में पानी का संकट खत्म हो जाएगा. सरकार की ओर से इसका प्रस्ताव शनिवार को पारित किया गया.
पहली बार किसी संस्था ने दिया सरकार को लोन: यह पहली बार है जब किसी निजी संस्थान ने सरकार को इतना बड़ा लोन बिना किसी इंटरेस्ट के दिया है. यहां तक कि लोन की वापसी के लिए समयसीमा भी तय नहीं की गई. बताया गया है कि राज्य सरकार की ओर से ट्रस्ट से इसके लिए कुछ महीने पहले संपर्क किया गया था. इसके बाद ट्रस्ट के चेयरमैन सुरेश हवारे ने ट्रस्ट की एक बैठक के बाद इसे मंजूरी दी. बता दें कि सुरेश हवारे बीजेपी से जुड़े रहे हैं.
कुल 1200 करोड़ का है प्रोजेक्ट:
मंदिर की ओर से कहा गया है कि साईबाबा मंदिर ट्रस्ट और गोदावरी-मराठवाड़ा सिंचाई विकास कॉर्पोरेशन ने इसके लिए सहमति पत्र पर साइन किया है. यह प्रॉजेक्ट लंबे समय से अटका है. प्रॉजेक्ट की कुल लागत करीब 1200 करोड़ है. इसमें से जल संसाधन विभाग इस साल के बजट में 300 करोड़ का प्रावधान कर चुका है और अगले साल 400 करोड़ देगा. बाकी बचे हुए 500 करोड़ ट्रस्ट दे रहा है. अगले दो साल में पूरा होगा नहर का काम: सरकार का कहना है कि फंड मिलने के 2 साल के अंदर नहर निर्माण का काम पूरा कर लिया जाएगा. पिछले साल भी इसी प्रॉजेक्ट के लिए 500 करोड़ रुपए सरकार को ट्रस्ट ने देने का फैसला किया था. लेकिन सरकार की ओर से इस पर मंजूरी नहीं मिली थी.
गुरु पूर्णिमा के दिन हुए दान में हुई रिकॉर्ड बढोतरी
शिर्डी साईं संस्थान नें पिछले पांच साल में गुरु पूर्णिमा के दिन भक्तों ने दानपेटी और डोनेशन काउंटर पर जो दान दिया है उसका पूरा ब्योरा दिया है. यह कुछ इस तरह है.
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2014: 4 करोड़ 47 लाख – (सोना 18 लाख 45 हजार)
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2015: 3 करोड़ 8 लाख – (सोना 311 ग्राम, चांदी 7 किलो)
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2016: 3 करोड़ 50 लाख – (सोना 325 ग्राम, चांदी 4 किलो 500 ग्राम)
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2017: 5 करोड़ 50 लाख – (सोना 2 किलो 250 ग्राम, चांदी 8 किलो 500 ग्राम)
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2018: 6 करोड़ 66 लाख – (सोना 438.650 ग्राम, चांदी 9353 ग्राम)
साईं संस्थान की कुल जमापूंजी 2180 करोड़ रुपये
साई संस्थान के सीईओ रुबल अग्रवाल ने बताया कि दान में मिली राशि शिर्डी साईं संस्थान जनकल्याण के लिए इस्तेमाल करता है. संस्थान में पांच हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं. जिनकी सैलरी इसी राशि से बनती है. संस्थान दो अस्पताल चलाती है. इसमें से एक में पूरी तरह मुफ्त इलाज होते हैं तो दूसरे में रिआयती दरों में इलाज किया जाता है. शिर्डी साईं संस्थान सरकारी अस्पतालों में भी मदद देता है. साईं संस्थान की अब तक की जमापूंजी 2180 करोड़ रुपये है.
रोजाना लगभग एक करोड़ रुपये का दान
जानकारी के मुताबिक शिर्डी को रोजाना लगभग 1 करोड़ का दान प्राप्त होता है. शिर्डी में भक्त पूरी श्रध्दा से खुले हाथों से दान करते हैं. जो दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहा है. यही वजह है कि साई संस्थान का वार्षिक बजट 500 करोड़ रुपये तक पहुंचा है. एक नजर शिर्डी साईं संस्थान के सालाना कमाई पर डालते हैं.
साल 2014-2015 में शिर्डी संस्थान को डोनेशन के रुप में 316 करोड़ 91 लाख 61 हजार 685 रुपये नगद मिले. 7 करोड़, 73 लाख, 41 हजार, 414 रुपये सोना और चांदी के रुप में मिले. इस साल में दान की कुल राशि थी 324 करोड़, 65 लाख, 3 हजार 99 रुपये
साल 2015- 2016 में संस्थान को कैश डोनेशन मिला 306 करोड़ 44 लाख 67 हजार 205 रुपये. वहीं 7 करोड़ 16 लाख 15 हजार 979 रुपये सोना, चांदी के रुप में दान मिला. दान की कुल राशि थी 313 करोड़ 60 लाख 83 हजार 184 रुपये
साल 2016-2017 में कैश डोनेशन मिला 339 करोड़ 28 लाख 38 हजार 877 रुपये. सोना-चांदी के रुप में 8 करोड़ 34 लाख 10 हजार 428 रुपये का दान मिला. दान की कुल राशि थी 347 करोड़ 62 लाख 49 हजार 305 रुपये.