महासमुंद। देशी शराब दुकान का लाखों रुपए लेकर फरार होने वाले आरोपियों को पुलिस ने दबोच लिया है. सुपर वाइजर और सेल्समैन ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था. आरोपी के कब्जे से नकदी जब्त किया गया है.

पुलिस ने बताया कि सुमीत फैशेलिटिस लिमिटेड के जिला समंवयक प्रवेश कुमार जैन ने एक दिसंबर को  रिपोर्ट दर्ज कराई कि देशी शराब दुकान के सेल्समैन कमलेश पांडे दो दिन का बिक्री रकम 10 लाख 76 हजार 180 रुपए बैंक में जमा करने के लिए निकला था. लेकिन उसे जमा किए बिना फरार हो गया है. तत्काल मामले में सिटी कोतवाली महासमुंद में अपराध दर्ज किया गया.

मामले को गंभीरता में लेते हुए एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने त्वरित कार्रवाई करने जिले के समस्त थाना चौकी प्रभारियों को नाकाबंदी करने निर्देशित किया. थाना प्रभारी सिटी कोतवाली एवं सायबर सेल प्रभारी को एक टीम बनाकर तत्काल संभावित स्थानों पर रेड कार्रवाई करने निर्देशित किया गया. एक टीम तैयार कर जिला जांजगीर चांपा पामगढ़ में छामापार कार्रवाई की गई, जहां कमलेश का पता नहीं चला.

तकनीकी सहायता एवं मुखबिर से पूछताछ कर उक्त व्यक्ति के संबंध में जानकारी इकट्ठी की गई, जिससे पता चला कि कमलेश पांडे पिता देवी प्रसाद पांडे अन्गुल ओडिशा में अपने रिश्तेदार के घर गया है जिस पर से एक टीम तत्काल तैयार कर अन्गुल रवाना किया गया, जहां टीम पहुंचकर आरोपी के रूकने के संभावित स्थानों पर निगाह रखते हुए कई स्थानों का सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया. उसके बाद संभावित ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई. अन्गुल में अपने बहन मीनाक्षी दुबे रहती है, उसके घर कमलेश पाण्डे पिता देवीप्रसाद पांडे (28) एवं रवि पाण्डे पिता देवी प्रसाद पांडे (36) को भारी मशक्कत के बाद पकड़ा गया.

पूछताछ पर बताया कि 30 नवंबर को देशी शराब दुकान दलदली रोड़ महासमुन्द से 29 एवं 30 नवंबर  का बिक्री रकम करीब 10 लाख 12 हजार 850 रुपए को बैंक में जमा करने की बात कहकर किराया के मकान गांधी चौक महासमुंद ले गया, वहां से अपने भाई रवि पाण्डे को साथ में लेकर मोटर साइकिल सीजी 04 डी जेड 3164 से दोनों पिथौरा गए. पिथौरा बस स्टैण्ड के पास अपने पहचान के व्यक्ति के पास मोटर साइकिल छोड़कर एक किराया का गाड़ी लेकर अन्गुल ओडिशा अपने बहन के घर चले गए. आरोपियों के कब्जे से 10 लाख 12 हजार 850 रुपए नकद बरामद किया गया. शेष राशि को वाहन खर्च एवं खाने पीने में खर्च करना बताए.