पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। गरियाबंद के देवभोग में रेत माफिया की दबंगई का मामला सामने आया है. जिले के दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के सामने दर्जन भर ग्रामीण और वाहन चालक पूर्व रेत ठेकेदार के खिलाफ जब शिकायत लेकर पहुंचे तब इसका खुलासा हुआ. ग्रामीण शंकर नागेश, सुशील निधि, सुशील पांडे, सिद्धेश्वर पात्र समेत दर्जन भर लोगों ने मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से भेंट कर बताया कि देवभोग ब्लॉक में पूर्व में रेत खदान चला चुके ठेकेदार द्वारा अब पीएम आवास के लिए रेत परिवहन करने वाले वाहनों को रोक कर 500 रुपये की मांग करता है. रकम नहीं देने पर चालकों से मारपीट का आरोप भी लगाया है. मंत्री के समक्ष अपनी पीड़ा बताने के साथ ही ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि पिछले एक साल देवभाेग में कोई भी वैध खदान नहीं है, तो रेत का भंडारण कैसे हुआ.
दो साल पुराने भंडारण में निर्धारित मात्रा का रेत बेचने के बावजूद माफिया के भंडारण से रेत खत्म नहीं होता. ग्रामीणों ने खुलासा किया है की लोगों को रोकने वाला माफिया खुद गुपचुप तरीके से रेत का अवैध परिवहन कर कई जगह भंडारण किया है. ग्रामीणों ने मंत्री के समक्ष प्रशासन के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया, मंत्री के सामने ही कलेक्टर को लिखित ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग किया है.
मंत्री जायसवाल ने अधिकारियों को तलब किया और निर्देश दिए कि यदि कोई नियम विरुद्ध कार्य हो रहा है तो सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही पंचायत कार्य के लिए छोटे वाहनों में लिए जाने वाले रेत को नहीं रोकने का निर्देश दिए हैं. अनाधिकृत तरीके से कोई किसी का वाहन रोकता है या उगाही करता है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं.
शिशु मंदिर तक पहुंचा था उगाही के लिए, प्रबंधन ने जताई आपत्ति
अपने आप को रेत का वैध ठेकेदार बता कर गांव-गांव में उगाही करने वाला गैंग शिशु मंदिर निर्माण के लिए आ रहे रेत में भी उगाही करने पहुंचा था. मामले को लेकर शिशु मंदिर संचालन समिति ने मंत्री से भेंट कर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. प्रबंधन ने इस बात पर हैरानी जाहिर किया है कि खुद गलत तरीके से परिवहन में लगा कथित ठेकेदार, प्रशासन को ठेंगा दिखा कर ट्रेक्टर से उगाही करते घूमता है. मौन स्वीकृति देने वाले प्रशासन को लेकर पूर्व संसदीय सचिव गोवर्धन मांझी ने नाराजगी जाहिर करते हुए जनता को परेशान कर जेब भरने वाले इस करतूत पर तत्काल लगाम लगाने के अफसरों को कहा है.
एसडीएम बोले रोकने का अधिकार नहीं
मामले में मंत्री और कलेक्टर के निर्देश मिलने के बाद एसडीएम हितेश पिस्दा ने कहा कि किसी भी वाहन को रोकने का अधिकार अनाधिकृत व्यक्ति को नहीं है. उन्होंने ऐसा कुछ होने पर तत्काल सूचना देने को कहा है. अवैध भंडारण और गुपचुप चल रहे अवैध परिवहन पर कार्रवाई करने का भी एसडीएम पिस्दा ने भरोसा दिलाया है.
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