कुंदन कुमार/पटना: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शिक्षा संवाद के तहत दरभंगा के सरकारी अंबेडकर हॉस्टल में छात्रों से बात करना चाहते थे. इसको लेकर अब बिहार में राजनीति शुरू हो गई है. जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि सरकारी हॉस्टल में कोई पॉलिटिकल मीटिंग नहीं किया जा सकता है. उनके पार्टी के लोगों ने प्रशासन से परमिशन मांगा और दरभंगा के टाउन हॉल में राहुल गांधी के शिक्षा संवाद कार्यक्रम को परमिशन दी गई. 

‘प्रशासन ने परमिशन दिया था’

किसी भी कॉलेज के किसी भी हॉस्टल में जाकर पॉलीटिकल मीटिंग नहीं किया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के लोकल नेताओं के द्वारा जहां परमिशन मांगा था, वहां प्रशासन ने परमिशन दिया था. राहुल गांधी पॉलिटिक्स करने आ रहे हैं. किसी को बिहार में रोक नहीं है. आप किसी को बुलाकर राजनीति करिए. दरभंगा के टाउन हॉल में उनको परमिशन दी गई थी.

‘हवा बनाने की कोशिश कर रहे हैं’

आप छात्र को बुलाए, नेता को बुलाए, इसमें प्रशासन कोई दखल नहीं देती है, लेकिन राहुल गांधी जानबूझकर हवा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. जो लोग राजनीति कर रहे हैं और उनकी पार्टी को मंडल कमीशन से लेकर जातीय गणना तक सबने देख लिया है. पूरे देश में नीतीश कुमार के नेतृत्व में पहली बार जातीय गणना कराई गई. 

‘फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे’

उसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस पर काम कर रहे हैं, लेकिन राहुल गांधी विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीति करने बिहार आ रहे हैं. कितनी भी राजनीति कर ले, लेकिन 2025 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही एनडीए चुनाव जीतेगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे. 

ये भी पढ़ें- Bihar News: दिलीप जायसवाल ने राहुल गांधी पर बोला हमला, कहा- ‘राहुल गांधी और कांग्रेसियों का दिमाग खिसक गया है’