कुंदन कुमार/ पटना। नवंबर महीना गन्ना किसानों के लिए नई उम्मीद लेकर आया। एक दिन पहले संजय पासवान ने गन्ना उद्योग विभाग के मंत्री के रूप में पदभार संभाला। पदभार ग्रहण करने के बाद मंत्री पासवान ने स्पष्ट किया कि किसानों का हित ही उनकी पहली प्राथमिकता है।

कदम उठाए जाएंगे

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि बिहार में बंद पड़ी चीनी मिलें सिर्फ उद्योग ही नहीं, बल्कि हजारों परिवारों की उम्मीदों से जुड़ी हैं। इसलिए इन मिलों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा कर उन्हें फिर से खोलने की दिशा में गंभीर कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा गन्ना किसान अपना खून-पसीना लगाकर ईख की खेती करते हैं, उनकी मेहनत बेकार नहीं जाने दी जाएगी।

सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी

ईख आयुक्त अनिल कुमार झा ने मंत्री को विभाग की प्रमुख योजनाओं- बिहार राज्य गुड़ प्रोत्साहन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री गन्ना विकास योजना और गन्ना यंत्रीकरण योजना -की विस्तृत जानकारी दी। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि गन्ना किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करना विभाग की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी। साथ ही मिल संचालन, गन्ना खरीद, तौल प्रक्रिया और भुगतान प्रणाली को अधिक पारदर्शी और तकनीक आधारित बनाया जाएगा।