केंद्र सरकार ने विवाद के बीच UPSC को ‘लेटरल एंट्री’ से संबंधित विज्ञापन वापस लेने का निर्देश दे दिया. इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने हमला बोलते हुए कहा है कि लेटरल एंट्री रद्द करने का फ़ैसला तात्कालिक दिखावा है.

आप सांसद संजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ”सावधान हो जाइए BJP की राजनीति देश से ख़त्म करिए वर्ना आरक्षण ख़त्म हो जायेगा, संविधान ख़त्म हो जायेगा.लेटरल एंट्री रद्द करने का फ़ैसला तात्कालिक दिखावा है. 4 राज्यों के चुनावों के बाद IAS में आरक्षण ख़त्म होगा.”

उन्होंने कहा, ”BJP देश में आरक्षण को खत्म करना चाहती है. पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान हमलोगों ने एक-एक रैलियों और सभाओं में देश की जनता को जागरुक किया और यही कारण था कि BJP 240 पर रूक गई. 400 सीट तो छोड़िए अगर 300 सीट आ जाती तो आज भारत के संविधान को खत्म करने की प्रक्रिया शुरु हो जाती.

 ”आरक्षण खत्म करने की प्रक्रिया पूरी तरीके से शुरू हो जाती. आपने इनको 240 पर रोका लेकिन फिर भी BJP अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है. इनका एकमात्र मकसद है आरक्षण को खत्म करना. सफाईकर्मियों का आरक्षण आउटसोर्सिंग करके खत्म कर दिया. सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी अलग-अलग जगहों पर आउटसोर्स करके खत्म कर दिया.”

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संजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, ”चपरासी, क्लास थ्री, क्लास फोर की नौकरी सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग के नाम पर खत्म कर दिया. एक सबसे बड़ी नौकरी थी, जिसमें दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की भागीदारी होती थी, उसमें आरक्षण खत्म कर दिया. लेटरल एंट्री के जरिए सीधे IAS बनाए जाएंगे. PM मोदी ने लेटरल एंट्री के जरिए अब तक 63 IAS बनाए हैं.

उन्होंने कहा, ”देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और BJP ने ये गुनाह किया है. BJP बेनकाव हो चुकी है. 63 IAS बिना आरक्षण के भर्ती किए गए हैं. अभी 45 और ऐसे IAS की भर्ती करने के लिए पिछले दरवाजे से इन्होंने विज्ञापन निकाला.