अमृतसर। गुरुद्वारों के दर्शन के बहाने पाकिस्तान गई भारतीय श्रद्धालु सरबजीत कौर के फरार होने और वहाँ पाकिस्तानी नागरिक नासिर के साथ निकाह करने के मामले में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे है। अब सबसे बड़ा खुलासा निकाह करवाने वाले पाकिस्तानी वकील अहमद हसन पाशा ने किया हैं।

वकील पाशा के अनुसार, सरबजीत कौर निकाह और धर्म परिवर्तन की पूरी तैयारी करके ही भारत से पाकिस्तान गई थीं। नासिर ने कई दिन पहले ही उनके पास आकर सारी फीस जमा कर दी थी और कहा था कि एक भारतीय महिला को पाकिस्तान में शरण दिलानी है तथा उससे निकाह करवाना है।

जैसे ही सरबजीत कौर का जत्था ननकाना साहिब पहुँचा, नासिर पहले से वहाँ मौजूद था। दोनों सीधे वकील अहमद हसन पाशा के चैंबर पहुँचे।
वहाँ सरबजीत ने निकाह की इच्छा जताई। वकील ने स्पष्ट कहा कि बिना धर्म परिवर्तन के निकाह मुमकिन नहीं है। सरबजीत ने तुरंत सहमति दे दी।

इसके बाद वकील ने अपने चैंबर में ही एक मौलवी को बुलाया, पहले कलमा पढ़वाकर धर्म परिवर्तन करवाया और फिर कोर्ट मैरिज (निकाह) करवा दिया।

नासिर ने पहले ही दे दी थी फीस

वकील पाशा ने खुलासा किया कि नासिर निकाह से कई दिन पहले उनके पास आया था और कहा था, मेरी एक दोस्त है, उसे पाकिस्तान में कानूनी मदद चाहिए।फीस लेकर नासिर चला गया और कहा कि दस्तावेज तैयार रखें।

5 अक्टूबर को नासिर सरबजीत कौर को लेकर फिर आया और कहा, ये सरबजीत कौर है, भारत से आई है। ननकाना साहिब माथा टेकने आई थी। हम 9 साल से एक-दूसरे को जानते हैं, सोशल मीडिया पर बात करते हैं। अब हम निकाह करना चाहते हैं।

वकील ने सरबजीत से सारे जरूरी दस्तावेज लिए, जो उसने पहले से तैयार रखे थे। इसके बाद पाकिस्तानी कानून के तहत उसे शरण और निकाह की कानूनी प्रक्रिया पूरी कर दी गई।