संतोष राजपूत,डोंगरगढ़. जिले के डोंगरगढ़ विकासखण्ड के ग्राम भोथली के सरपंच और सचिव पर ग्रामीणों ने फर्जी तरीके से योजनाओं के पैसों का बंदरबांट करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों के मुताबिक सरपंच हेमलता साहू और सचिव गेंदलाल खोब्रागढ़े ने गांव में कोई विकास नहीं किया है. जिससे वो परेशान हो गए है. ग्रामीणों ने मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत वीरेंद्र सिंह से जांच की मांग की थी. लेकिन इन पर भरोसा नहीं होने के बाद अब वो अनुविभागीय अधिकारी प्रेमलता चंदेल से निष्पक्ष जांच के लिए अन्य विभाग द्वारा जांच कराने की मांग की है.
भोथली गांव के ग्रामीणों ने अनुविभागीय अधिकारी से ओडीएफ में बने शौचालय व उसके लिए आए पैसों की जांच, स्वच्छता के नाम पर फर्जी बिल, ग्रामीणों के साथ दादागिरी करने जैसे तमाम विषयों पर निष्पक्ष जांच करने की मांग कर रहे है. बता दें कि ग्रामीण अपनी समस्या लेकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी वीरेंद्र सिंह को ज्ञापन देने सुबह से पहुंचे हुए थे, लेकिन समस्याओं को सुनने के बजाय घण्टों मीटिंग में बैठे रहे पर दो मिनट ग्रामीणों की बात सुनने के लिए समय नहीं निकाल पाए. और सुबह से पहुंचे ग्रामीण शाम होता देख वीरेंद्र सिंह के रवैये से नाराज होकर मीटिंग में ही अपनी समस्या को बताने पहुंच गए. तब जाकर अधिकारी ने ग्रामीणों की सुध लेते हुए उनकी समस्या सुनी.
जिस वजह से ग्रामीण उनके इस रवैये से परेशान होकर उनके जांच पर प्रश्नचिन्ह लगाया है. साथ ही विश्वास नहीं होने की बात कहते हुए अनुविभागीय अधिकारी प्रेमलता चंदेल से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है. जिस पर अनुविभागीय अधिकारी प्रेमलता चंदेल ने कहा कि इस मामले में जांच की जाएगी. और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.
आपको ये भी बता दें कि इससे पहले भी भोथली के ग्रामीणों ने सरपंच और सचिव की मनमानी को लेकर उनकी बर्खास्तगी की मांग की थी. वहीं इसकी शिकायत कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत डोंगरगढ़ को दी थी. उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ग्राम के पंचों ने बताया था कि सरपंच और सचिव शासकीय राशि का बंदरबाट कर रहे है. वहीं सरपंच हेमलता साहू ने इन आरोपों को गलत करार दिया था.