रवि गोयल, सक्ती। सक्ती जिले में तालाब को राखड़ से पाटने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन ने सख्त तेवर अपनाना शुरू कर दिया है, ग्राम देवरमाल सरपंच के द्वारा गांव के वर्षो पुराने तालाब में राखड़ पटवा कर उसका अस्तित्व मिटाया जा रहा था lalluram.com ने ग्रामीणों की शिकायत पर खबर को प्राथमिकता से उठाया था जिस पर कलेक्टर ने संज्ञान लेते हुए एसडीएम को मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे.

बता दें कि एसडीएम ने देवरमाल के सरपंच नर्मदा बाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसमें सरपंच से तालाब को राखड़ से पाटने के संबंध में जवाब मांगा है. अगर सरपंच द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता या फिर अनुपस्थित रहती है तो उसके खिलाफ पंचायती राज अधिनियम 1993 की धारा 40 के तहत पद से पृथक करते हुए आगामी 6 वर्ष के लिए चुनाव से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा. जिला प्रशासन कि इस कार्रवाई से राखड़ माफियाओं और कई सरपंचों में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं गांव को राखड़ से दूषित करने वाले सरपंच इन दिनों बचने के लिए नेताओं और अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं.

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