रायपुर. भगवान शिव का सबसे प्रिय माह सावन चल रहा है. इस महीने में जैसे सोमवार का काफी महत्व है वैसे ही इस महीने में पड़ने वाला शनिवार भी बहुत लाभदायी माना जाता है.
कहा जाता है कि सावन के शनिवार के दिन पूजा करने से शनि महाराज की विशेष कृपा प्राप्त होती है. साथ ही, इससे शनि की साढ़े साती व दोषों से भी निजात मिलता है. शनिदेव को कर्मफल दाता कहा जाता है. ये सभी को कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. ऐसी मान्यता है कि न्याय के देवता शनि शिव के भक्त हैं इसलिए वो इनके भक्तों को कभी नहीं सताते. ऐसे में ज्योतिषों के अनुसार शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए इस महीने में भगवान शिव की सच्चे मन से अराधना करने से भक्त शनि की प्रकोप से बचे रहेंगे. शनि दोष व साढ़े साती से घिरे हुए लोग शनिवार के दिन इन उपायों को अपना सकते हैं.
ये करें दान
सावन के शनिवार को शनि मंदिर में काले कपड़े का दान करके लोग शनि दोष से निजात पा सकते हैं. इसके अलावा, काले तिल या फिर काली उड़द का दान करना भी शनि के प्रकोप से बचाने में कारगर है.
शिवलिंग पर करें ये अर्पित
शास्त्रों की मानें तो इस माह में पड़ने वाले शनिवार को शिवलिंग पर कच्चे चावल चढ़ाने से घर की माली हालत बेहतर होती है. इसके अलावा, रोगियों को अपनी सेहत सुधारने के लिए ज्योतिष सलाह देते हैं कि शनिवार को उन्हें गाय के शुद्ध घी से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए. माना जाता है कि इससे व्यक्ति निरोगी रहता है. वहीं, शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए इस महीने की शनिवार को भोलेनाथ का शहद से अभिषेक करना चाहिए.
भगवान शंकर का पंचाक्षरी मंत्र:
ज्योतिषियों के अनुसार शनि के प्रकोप से बचने के लिए भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र का जाप करना भी लाभदायक(यहां क्लिक कर सुने ये मंत्र) हो सकता है. भगवान शिव के अलावा, बजरंगबली की अराधना करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं. कहा जाता है कि सावन के महीने में महादेव की पूजा के साथ ही हर मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करने से शनि की साढ़े साती का प्रभाव कम होता है. बता दें कि हनुमान जी को भगवान शिव का ही 10वां अवतार माना जाता है.