नई दिल्ली. अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार समेत बैंक कई महत्वपूर्ण फैसले ले रहे हैं. इसी कड़ी में देश के सबसे बड़े बैंक यानी भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है. लॉकडाउन और कोरोना संकट के बीच बैंक ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देकर उनपर कर्ज के बोझ को कम किया है.
एसबीआई ने कहा कि वह 10 जून से अपनी फंड की मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड इंटरेस्ट रेट (एमसीएलआर) में कटौती करेगा. बता दें कि एसबीआई ने लगातार 13वीं बार एमसीएलआर में कटौती किया है.
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एसबीआई ने सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नई दरें 10 जून 2020 से लागू हो जाएंगी. एसबीआई ने मॉजिर्नल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (एमसीएलआर) में 25 आधार अंक यानी 0.25 फीसदी की कटौती की है. इसके बाद एक साल का एमसीएलआर घटकर 7 फीसदी हो गया है. इसके साथ ही, एसबीआई ने बेस रेट में भी 75 आधार अंकों की कटौती किया है. एसबीआई ने एक बयान में बताया कि इस कटौती के बाद बेस रेट 8.15 फीसदी से घटकर 7.40 फीसदी हो गया है. इसे भी 10 जून से लागू कर दिया जायेगा.
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ऐसे कम होगी आपकी ईएमआई
एसबीआई द्वारा ब्याज दरों में कटौती का फायदा लोन लेने वाले ग्राहकों कम ईएमआई के रूप में मिलेगा. अगर किसी ग्राहक ने एसबीआई से 30 साल के लिए 25 लाख रुपये का लोन लिया है तो एमसीएलआर में कटौती से प्रति महीने 421 रुपये कम ईएमआई देनी होगी. इसी प्रकार अगर किसी ग्राहक ने ईबीआर /आरएलएलआर लिंक्ड लोन लिया है तो उनकी ईएमआई प्रति महीने 660 रुपये तक घट जाएगी.