दिल्ली. अयोध्या मामले की सुनवाई में इन दिनों सुप्रीम कोर्ट पूरी तेजी के साथ लगी है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने साफ कह दिया है कि मामले में जिरह पूरा करने की समयसीमा को 18 अक्टूबर से एक दिन भी आगे नहीं बढ़ाया जाएगा.

दरअसल चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं. उन्होने साफ कर दिया है कि वे रिटायरमेंट के दिन तक इस बारे में फैसला सुना देंगे. यानि कि आज से ठीक 50 दिन बाद अयोध्या में राम मंदिर था या नहीं इस बारे में कोर्ट अपना फैसला दे देगी.

कोर्ट ने दोनो पक्षों से साफ कह दिया है कि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद के बारे में वे तय समयसीमा के आगे किसी भी सूरत में नहीं जाएंगे. इसलिए सभी पक्ष तेजी से अपनी दलीलें और सबूत पेशकर कोर्ट के आदेशों का पालन करने में लगे हैं.