रायपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की रायपुर में आयोजित किसान आभार रैली के लिए रायपुर के साथ दुर्ग-भिलाई में संचालित स्कूलों से अधिग्रहित बसों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर रविवार को देर शाम लौटा दिया. राजनीतिक सभाओं के लिए स्कूल बसों के अधिग्रहण की बन गई परिपाटी के बीच मुख्यमंत्री की इस पहल की न केवल स्कूल संचालक बल्कि अभिभावक भी प्रशंसा कर रहे हैं.

गौरतलब है कि राहुल गांधी की सभा के लिए रायपुर के अलावा दुर्ग-भिलाई में स्थित निजी स्कूलों से लगभग 500 बसों का अधिग्रहण अधिकारियों ने किया गया था. इसके साथ ही निजी स्कूलों ने छात्रों के पालकों को संदेश भेजकर सोमवार को कक्षाएं नहीं लगने की सूचना दे दी थी. लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद देर शाम स्कूल बसों के वापस आ जाने से निजी स्कूल संचालकों ने दोबारा पालकों को संदेश भेजकर सोमवार को कक्षाएं लगने की जानकारी भेजी.

वैसे भी मौजूदा शैक्षणिक सत्र में हड़ताल, आकस्मिक छुट्टियों और चुनाव में शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाने के कारण पहले ही स्कूलों में पढ़ाई काफी पीछे चल रही है. ऐसे में परीक्षा में परिणाम बिगड़ने के आसार नजर आ रहे हैं. सबसे ज्यादा समस्या बोर्ड की कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्रों की है, जिन्हें बोर्ड परीक्षा के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करना है. सिलेबल में पिछड़ने का उनके परिणाम पर गंभीर असर पड़ेगा.

स्कूल संचालकों व अभिभावकों में खुशी

मुख्यमंत्री के स्कूल बस लौटाए जाने के निर्देश और भविष्य में अनावश्यक अधिग्रहण नहीं किए जाने के निर्देश से स्कूल संचालकों के साथ-साथ अभिभावकों में खुशी देखी जा जा रही है. अभिभावक जहां बच्चों की आने वाले दिनों में पढ़ाई प्रभावित नहीं होने से तो दूसरी ओर स्कूल संचालक दोबारा बिना जरूरी काम के अधिग्रहण नहीं किए जाने से खुश हैं.