अजयारविंद नामदेव,शहडोल। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार दिन-रात काम कर रही है, लेकिन ऐसा लगता है कि जिम्मेदार इसे पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. शहडोल जिले में स्कूली बच्चों से टॉयलेट साफ कराने का मामला सामने आया है. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है.

दरअसल शहडोल के शासकीय स्कूलों की अव्यवस्था की तस्वीरें आए दिन सामने आती रहती है. ताजा मामला बुढ़ार विकासखंड के ग्राम पंचायत सकरा के डोंगरिया टोला की प्राथमिक पाठशाला का है, जहां अध्ययनरत छात्राओं से पढ़ाई के बीच गंदगी से पटे शौचालय की साफ-सफाई करवाई जा रही है. मासूम बच्चे हैण्डपम्प से बड़े बर्तनों में पानी भरकर लाते और टॉयलेट की साफ सफाई करते नजर आ रहे हैं. छात्रों ने बताया कि वो लंबे समय से टॉयलेट और बाथरूम साफ करते आ रहे हैं.

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अब तक स्कूल परिसर में झाड़ू लगवाने और बर्तन धुलवाने के ही मामले सामने आए थे, लेकिन अब छात्राओं से स्वीपर का काम कराया जा रहा है. परिजन अपने बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए उन्हें घर से स्कूल भेजते हैं, लेकिन स्कूल में इन छात्र छात्राओं से शौचालय की सफाई कराई जा रही है. इसे देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार की तमाम योजनाओं का जमीन पर क्या और कितना असर हुआ है.

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इस मामले में शहडोल कलेक्टर वंदना वैध का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी. अब देखना होगा कि शिक्षा विभाग इस मामले में क्या कुछ एक्शन लेता है.

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