Hamas-Israel Conflict: मुंबई के सोमैया स्कूल (Somaiya School) की मुस्लिम प्रिंसिपल (muslim principal) को हमास-इजरायल संघर्ष पर पोस्ट करना महंगा पड़ गया। हमास के समर्थन में सोशल मीडिया (social media) पर किए गए पोस्ट के कारण प्रिंसिपल परवीन शेख (Principal Parveen Sheikh) को स्कूल प्रबंधन ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। वहीं प्रिंसिपल ने प्रबंधन के इस फैसले को गलत और राजनीति से प्रेरित करार दिया। उन्होंने कहा कि मुझे भी फ्रीडम ऑफ स्पीच (freedom of speech) का पूरा हक है, लेकिन मैनेजमेंट ने जो मुझे हटाने का फैसला लिया है वो बिलकुल भी सही नहीं है।
दरअसल सोमैया स्कूल की महिला प्रिंसिपल परवीन शेख ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर हसाम के समर्थन में इस्लामिक कट्टरपंथियों के प्रति अपनी सहानुभूति जताई थी। इसे लेकर स्कूल प्रबंधन ने इसे स्कूल की गाइड लाइन के खिलाफ मानते हुए उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा था। वहीं परवीन शेख ने ऐसा करने से इनकार दिया था।
स्कूल ने शनिवार को महिला प्रिंसिपल परवीन शेख से उनके पोस्ट को लेकर स्पष्टीकरण मांगा था। मैनेजमेंट ने कहा कि परवीन शेख की सोशल मीडिया पर एक्टिविटी हमारे स्कूल के मूल्यों से बिल्कुल मेल नहीं खाती हैं। सोमैया विद्याविहार में हम ऐसा माहौल बनाने का प्रयास करते हैं, जहां ज्ञान से विवेक की प्राप्ति हो और समुदाय के सभी सदस्यों का उत्थान हो. इस तरह के पोस्ट करना बिल्कुल गलत है।
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7 साल से स्कूल में थी प्रिंसिपल
प्रिंसिपल पद से हटाए जाने के बाद परवीन शेख ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि मैं इस स्कूल से पिछले 12 सालों से जुड़ी हुई हूं। 7 साल पहले मैं प्रिंसिपल बनी थी। मैं हैरान हूं कि मुझे मेरे सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर बर्खास्त कर दिया गया। यह अन्यायपूर्ण फैसला है। मुझे भी फ्रीडम ऑफ स्पीच का पूरा हक है। परवीन शेख ने कहा कि मैंने स्कूल को अपना 100 प्रतिशत दिया है। मुझ पर इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला जा रहा था।
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