रोहित कश्यप, मुंगेली। संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। लगातार बारिश से चंदली संकुल के पथरताल स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय तालाब में तब्दील हो चुका है। यहां पानी की निकासी नहीं होने से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा। स्कूल का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में स्कूल परिसर तालाब में तब्दील नजर आ रहा है। चारों ओर गंदा पानी, घास-फूस और कीचड़ फैला हुआ दिखाई दे रहा है। हालत ऐसी है कि आज बच्चों को स्कूल से छुट्टी देनी पड़ी।

पढ़ाई नहीं, अब पानी ही पाठ्यक्रम है?

स्कूल परिसर किसी तालाब का दृश्य पेश कर रहा है। बरसात का पानी कमरों तक घुस चुका है। जमीन पर कीचड़ और दलदल है। घास इतनी बड़ी हो चुकी है कि उसमें जहरीले जीव-जंतुओं का खतरा मंडरा रहा है। बच्चों को ऐसे माहौल में पढ़ाना तो दूर, खड़ा होना भी मुश्किल है।

घर लौटे मासूम, शिक्षा चौपट ?

इस खतरनाक और अपठनीय माहौल को देखते हुए स्कूल प्रशासन को बच्चों को छुट्टी देकर घर भेजना पड़ा। अब सवाल ये उठता है कि जब हर साल स्कूलों की मरम्मत के लिए शासन की तरफ से लाखों-करोड़ों रुपये जारी होते हैं, तो फिर यह स्थिति आखिर बनी कैसे?

‘स्कूल जतन योजना’ के करोड़ों रुपए कहां गए?

पूर्ववर्ती सरकार ने ‘स्कूल जतन योजना’ के तहत प्रदेशभर के स्कूलों की दशा सुधारने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए थे, लेकिन चंदली जैसे स्कूलों की हालत देखकर साफ होता है कि वह पैसा कागजों से बाहर शायद कभी आया ही नहीं। अगर आया भी तो आखिर खर्च कहां हुआ?

लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में सामने आई सच्चाई

लल्लूराम डॉट कॉम ने वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पुष्टि हुई कि यह वीडियो लोरमी ब्लॉक के चंदली गांव का ही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुध लेने नहीं आया। बरसात के पहले स्कूल की सफाई और मरम्मत जैसे कामों को लेकर शिक्षा विभाग के अफसर पूरी तरह लापरवाह है।

कागजों में सब हरा, जमीन पर सब पानी-पानी

शिक्षा विभाग के दावे सालों से चले आ रहे हैं कि स्कूलों को बेहतर बनाया जा रहा है, पढ़ाई के लिए आदर्श माहौल तैयार हो रहा है, लेकिन सच्चाई हर बारिश में बहकर सामने आ जाती है। कागजों में मरम्मत पूरी है, लेकिन जमीन पर स्कूल तालाब बना बैठा है।

ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, कहा – बच्चों को कुछ हुआ तो जवाबदार कौन होगा?

गांव वालों और अभिभावकों का गुस्सा अब फूट पड़ा है। सरकार लाखों देती है, पर स्कूल में सफाई तक नहीं होती। अब अगर किसी बच्चे को कुछ हो गया तो जवाबदार कौन होगा? यह सवाल गांव की हर गली में गूंज रहा है।

क्या अब भी नहीं जागेंगे जिम्मेदार ?

बारिश अभी और जारी है। अगर अब भी जिम्मेदार नहीं जागे तो हालात और बिगड़ सकते हैं। क्या जिम्मेदार अफसरों को यह दिखाने के लिए बच्चों की जान से खेलना जरूरी है या फिर वायरल वीडियो और जनता का आक्रोश ही उनकी नींद तोड़ पाएगा? इस मामले में विभागीय पक्ष जानने डीईओ सीके धृतलहरे से संपर्क किया गया पर संपर्क नहीं हो पाया।

लल्लूराम डॉट कॉम की अपील

लल्लूराम डॉट कॉम की ये अपील है कि शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन इस मामले में तत्काल एक्शन ले। स्कूल परिसर की जल निकासी, सफाई और सुरक्षा व्यवस्था तुरंत दुरुस्त की जाए, ताकि मासूमों को शिक्षा का अधिकार सुरक्षित माहौल में मिल सके।

देखें वीडियो –