सदफ हामिद, भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसमी बीमारियों का असर बच्चों पर ज्यादा देखने को मिलने लगा है. पिछले 2 हफ्ते में मरीजों की संख्या भोपाल में 3 गुना बढ़ गई है. जिसमें ज्यादातर बच्चे शामिल हैं. उत्तर प्रदेश में रहस्यमय बीमारी से कई बच्चे दम तोड़ रहे हैं. इसके बाद से ही मध्यप्रदेश का स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है.
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दरअसल, राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की लंबी कतारें लग रही हैं. जिसमें ज्यादातर मरीज बच्चे हैं. कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. डेंगू, मलेरिया, के बीच वायरल इंफेक्शन, सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित ज़्यादा मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं, लेकिन चिंताजनक बात ये है कि इसका ज़्यादा असर बच्चों पर पड़ रहा है.
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सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि अस्पताल में डेंगू और वायरल इंफेक्शन के ज्यादा मरीज आ रहे हैं. जिसमें बच्चे ज़्यादा प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन राहत की बात है कि कोई भी गंभीर मरीज़ अब तक सामने नहीं आया है. सर्दी बुखार जैसे लक्षण बच्चों में दिख रहे हैं. इसका पूरा इलाज किया जा रहा है, लेकिन इस बीच सभी को सावधानी बरतने की ज़्यादा जरूरत है.
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वहीं स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी का कहना है कि सभी तरह की मौसमी बीमारियों, वायरल इनफेक्शन और स्क्रब टायफस को लेकर भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. डेंगू को लेकर भी सर्वे किया जा रहा है और मरीजों को सुचारू इलाज की व्यवस्था की गई है.
बता दें कि यूपी में ‘रहस्यमय बीमारी’ के चलते कई बच्चों की जान चली गई है. जिसको लेकर खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है, लेकिन इस बीच विशेषज्ञों का कहना है कि सीजनल फ्लू में बच्चों को समय पर डॉक्टरी सलाह नहीं लेने पर स्थिति गंभीर हो सकती है. इसलिए सावधानी बरतने की ज्यादा जरूरत है. हालांकि कोरोना वायरस की तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित नजर आ रहा है.
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