SEC Railway News: प्रतीक चौहान. रायपुर. तुम्हारा आईजी (IG) साहब तोपसिंग है क्या… यहां जीएम (GM) का भी नहीं चलता, यहां केवल हमारी मर्जी चलती है… आरपीएफ (RPF) स्टॉफ ने उपरोक्त बातें अपनी उस शिकायत में की है, जिसमें उसने दावा किया है कि रेलवे के डॉक्टरों (Railway Doctor) ने आल केटेगिरी से मेडिकल अनफिट कर उसके बच्चे को 4200 ग्रेड-पे वाली नौकरी लगाने के एवज में 3 लाख 2 हजार रुपए लिए. ये शिकायत रेलवे बोर्ड से रायपुर रेल मंडल के आरपीएफ स्टॉफ सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने की है.
ये आरोप डॉ एल रामकृष्ण, डॉ एबी केरकेट्टा और सीएमएस डॉ बी प्रभारकर राजू पर लगाए है. इसमें सीएमएस वर्तमान में रायपुर से हैदराबाद के गुंटूर में ट्रांसफर हो गए है. इसमें से डॉ प्रभाकर राजू और डॉ केरकेट्टा डिवीजनल मेडिकल कमेटी में थे जिन पर उक्त स्टॉफ को मेडिकल फीट या अनफिट करने की जवाबदारी थी.
गुढ़ियारी पुलिस (Gudhiyari Police) ने भी दर्ज किया बयान
इस पूरे मामले में शिकायतकर्ता ने रायपुर एसएसपी (Raipur SSP) से भी शिकायत की है, जिसके बाद गुढ़ियारी पुलिस ने प्रार्थी का बयान दर्ज किया है. जिसमें उन्होंने पैसों के लेन-देन के बारे में विस्तार से पुलिस को बताया है.
डॉ केरकेट्टा ने रिश्वत के पैसे किए ट्रांसफर ?
लल्लूराम डॉट कॉम के पास वो शिकायत पत्र मौजूद है जो उसने रेल मंत्रालय, रायपुर डीआरएम और पुलिस से की है. इसमें प्रार्थी का बैंक अकाउंट का पास बुक भी है. जिसमें एक 25 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन है, जो प्रार्थी के खाते में पैसे जमा होना बताया गया है. शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि ये राशि डॉ केरकेट्टा ने रिश्वत लेने के बाद उसके खाते में वापस भेज दी और ये कहा कि वो शिकायत में उसके नाम का जिक्र न करें.
हालांकि इस मामले में रायपुर रेल मंडल के डीआरएम (DRM) ने एडीआरएम (ADRM) के माध्यम से शिकायत की जांच करानी शुरू कर दी है.