दिनेश द्विवेदी, कोरिया। एसईसीएल चिरमिरी के सब एरिया कुरासिया समूह ने एक ऐसा अजीबों-गरीब फरमान जारी किया है, जिसने कॉलरी कर्मी पशोपेश में पड़ गए हैं. सब-एरिया के फरमान से बेखबर मुख्यालय जानकारी सामने आने के बाद प्रबंधन से जवाब-तलब करने जा रहा है.

अब बात करें फरमान की तो जिसमें काले हीरे की नगरी के नाम से प्रसिद्ध चिरमिरी स्थित एसइसीएल क्वार्टर के बाहर सुबह 5.30 बजे के बाद बल्ब जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. एक दिन की गलती के लिए छूट है, लेकिन दूसरी बार गलती दोहराए जाने पर बिजली कनेक्शन काटने की चेतावनी दी गई है. एसइसीएल कुरासिया समूह ने इस फरमान को नोटिस बोर्ड पर चस्पा करने के साथ-साथय़ कॉलोनियों में मुनादी भी करवा दी है.

फरमान में लिखा गया है कि एसइसीएल कॉलोनी, सड़क के किनारे स्ट्रीट लाइट व क्वार्टर के बाहर दिन के उजाले में बल्ब जलते रहते हैं. ऐसी लापरवाही एसइसीएल कंपनी व देशहित में सही नहीं है. मामले में रोजाना सुबह 5.30 बजे के बाद क्वार्टर के बाहर जलते बल्ब को बंद करें. दो दिन तक ऐसा देखने पर बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा.

गौरतलब है कि एसइसीएल चिरमिरी क्षेत्र में दो दशक पहले 26 हजार कर्मचारी कार्यरत थे. उस समय चिरमिरी में करीब 12 हजार स्टाफ क्वार्टर बनाए गए थे. वर्तमान में करीब 8500 क्वार्टर खाली हैं, जिनमें से अब कॉलरी के सेवानिवृत्त कर्मचारी या अवैध कब्जाधारी काबिज हैं, जो एसइसीएल की बिजली-पानी सहित अन्य सुविधाओं का उपभोग कर रहे हैं. कॉलोनी में सिर्फ 3500 क्वार्टर में एसइसीएल कर्मचारी निवासरत हैं. बीते छह सालों में 3440 कॉलरी कर्मचारी परिवार सहित कॉलोनी छोड़कर चले गए हैं. वर्ष 2025 तक एसइसीएल के 3500 में से 2500 कर्मचारी सेवानिवृत्ति हो जाएंगे, इस तरह से सिर्फ 1000 कर्मचारी शेष बच जाएंगे.

शहर की आधी आबादी को फ्री बिजली-पानी

जानकारी के अनुसार, कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण होने के बाद वर्ष 1980 तक बड़ी संख्या में कर्मचारियों की भर्ती हुई थी. उस समय चिरमिरी में कॉलरी कर्मचारियों की संख्या 28 हजार थी. वर्ष 2004 में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की संख्या बढ़ने लगी. सेवानिवृत्त के बाद कर्मचारी परिवार के साथ शहर छोड़कर जाने लगे, जिससे एसईसीएल के क्वार्टर खाली होने लगे और लोग अवैध कब्जा कर रहने लग गए हैं. वहीं दूसरी ओर दो दशक में 11 कोयला खदानें बंद होने के कारण कुछ कर्मचारी स्थानांतरित कर दिए गए हैं.

दो दिन में दर्जनों क्वार्टर के बिजली कनेक्शन काटे गए

एसईसीएल बिजली विभाग की टीम सुबह कॉलोनियों का निरीक्षण करने निकलती है. इस दौरान सुबह 5.30 बजे के बाद घर के बाहर बल्ब जलते पाए जाने पर कनेक्शन काटने अभियान चला रखा है. एसईसीएल से आदेश जारी होने के दो दिन में दर्जनों क्वार्टर के बिजली कनेक्शन काट दिए गए हैं. क्वार्टर में रहने वाले लोग अब बिजली कनेक्शन जुड़वाने सब एरिया कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं.

प्रबंधन से ली जा रही है जानकारी

इस प्रकरण पर एसईलीएल के पीआरओ डॉ. सनीश चंद्र ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में बताया कि प्रकरण प्रबंधन के संज्ञान में है. बिजली के अपव्यय को रोकना हम सबकी ज़िम्मेदारी है, तथापि कर्मचारियों के घरों का विद्युत कनेक्शन काटे जाने सम्बन्धी बात पर एरिया प्रबंधन से जानकारी ली जा रही है. प्रबंधन लोक कल्याण तथा कर्मचारी हित की अवधारणा से चलती है, तथा इस प्रकार की कोई अतिरेकपूर्ण करवाई (Extreme step) बिना शीर्ष क्षेत्रीय प्रबंधन के अनुमति बग़ैर नहीं लिया जाएगा.सभी रहवासी क्षेत्र से जल्द ही जानकारी लेकर उचित कदम उठाया जाने को लेकर निश्चिन्त रहें , उन्हें कोई असुविधा नहीं होगी.