प्रतीक चौहान. रायपुर. लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित स्पेशल क्लास रेलवे अप्रेंटिस, 1981 बैच के माध्यम से भारतीय रेलवे में ज्वाइन हुए आलोक कुमार अब दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नए जीएम होंगे.

भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियरिंग सर्विस के वरिष्ठ अधिकारी कुमार ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग लंदन के इंजीनियरिंग काउंसिल से पूरी की. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में उन्होंने बैचलर डिग्री हासिल किया तथा बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की. उन्होंने अपना कैरियर पश्चिम रेलवे से 1986 में शुरू किया और विगत 35 वर्षों से रेलवे के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया.

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक का पद ग्रहण करने से पहले वे पश्चिम रेलवे के अपर महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे. वे 2015-2017 के दौरान भोपाल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक रहे.  कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में कार्य के दौरान ड्राय पोर्ट्स के संबंध में अभिनव कार्य किया. मॉडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली में चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर मैनेजर के तौर पर उन्होंने हाई स्पीड रेलवे कोच के मैन्युफैक्चरिंग के लिए मॉडर्न प्लांट को तैयार करने वाली टीम को का नेतृत्व किया. यहीं पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रहते हुए उन्होंने भारतीय रेलवे वर्कशॉप में इंडस्ट्री 4.0 क्रियान्वयन करने वाली टीम का नेतृत्व भी किया.

आलोक कुमार ने एडवांस मैनेजमेंट की ट्रेनिंग सीएमयू पिट्सबर्ग; एसडीए बॉस्नी, मिलान; ए पीईसी, एंटवर्प; आईआईएम अहमदाबाद और आईएसबी हैदराबाद से  किया है. उन्हें बेस्ट प्रोजेक्ट के लिए रेल मंत्री अवार्ड , जीएम एफिशिएंसी मेडल तथा इंजीनियरिंग अध्ययन के दौरान इंस्टीट्यूट के द्वारा मेडल प्रदान किया गया.