SECR News : प्रतीक चौहान. आपने फिल्मों में ट्रेन को रोकने के कई तरीके देखें होंगे. इन्हीं फिल्मों से आइडिया लेकर छत्तीसगढ़ में चलती ट्रेन को रोककर कोयला चोरी का एक अनोखा मामला सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक देश में अब तक ऐसे कोयला चोरी का मामला सामने नहीं आया है.


दरअसल बैकुंठपुर के पास चलती ट्रेन से कोयला चोरी करने का एक फिल्मी प्लान बनाया गया. नाबालिग आरोपी ने सिग्नल के ऊपर कपड़ा ढक दिया, जिसके कारण ट्रेन के ड्राइवर को सिग्नल नजर नहीं आया और किसी हादसे के आभास में ड्राइवर ने मालगाड़ी रोक दी.
इसके बाद आरोपियों ने मालगाड़ी में चढ़कर कोयला चोरी कर लिया. ये कोयला ईटा भट्टा में बेच दिया गया. ट्रेन जैसे ही रूकी ड्राइवर ने वॉकी-टॉकी से इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी कि उसे सिग्नल दिखाई नहीं दे रहा है. ये सुनते ही स्टेशन मास्टर ने संदेश आगे उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया. आनन-फानन में कंट्रोल रूम से सिग्नल की जांच की तो सिग्नल ऑन मिला. कंट्रोल रूम से मैसेज मिलने के बाद ट्रेन को रवाना करवाया गया.
सुबह जब जांच हुई तो पता चला कि सिग्नल में कपड़ा ढका हुआ था और वहां कोयला गिरा मिला. इससे ये साफ हो गया कि अज्ञात लोगों ने कोयला चोरी करने के लिए सिग्नल में कपड़ा ढक दिया और फिर ट्रेन रोककर फिल्मी स्टाइल में इसे चोरी किया गया.
इसके बाद आरपीएफ चोरों की तलाश में एक्टिव हुई. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के उच्च पदस्थ आरपीएफ सूत्र बताते है कि आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिल गई है और इस घटना को अंजाम देने में 1 नाबालिग मास्टर माइंड और उसके दो दोस्त समेत कोयला खरीदने वाले रिसीवर को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे अब पूछताछ करने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा. लेकिन इस अनोखी चोरी की चर्चा पूरे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में है.
ये खबरें भी जरूर पढ़े-
- ‘जन जन की सरकार-जन जन के द्वार’ : घर-घर तक पहुंचेगी केंद्र और राज्य की योजनाएं, 45 दिनों तक चलेगा विशेष अभियान
- चाकू की नोक पर लूट, पाइप से चूसा डीजल: शहडोल हाईवे पर सक्रिय गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश, 10 किलोमीटर पीछा कर जंगल में की घेराबंदी
- CG News : युवती को प्रेग्नेंट करो और मुंह मांगी रकम ले जाओ…ठगों के जाल में फंसकर युवक ने कर ली आत्महत्या, पढ़िए पूरी कहानी…
- मिनिस्टर, MLA को जवाब देने ऊर्जा विभाग ने भेज दिया मैकेनिक, मंत्री विजय शाह ने कहा- मजाक बना रखा है, तुम जाओ… मेरे मुंह से अपशब्द निकल जाएगा
- छत्तीसगढ़ में खुला मध्य भारत का पहला क्लीनिकल फॉरेंसिक लैब : स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने किया शुभारंभ, कहा – फॉरेंसिक जांच के लिए अब दिल्ली, मुंबई पर नहीं रहना पड़ेगा निर्भर



