दुर्ग। कोरोना की वजह से लगाया गया लॉक डाउन गरीब, बेबस और प्रवासी मजदूरों के लिए एक कहर बन गया है. महामारी फैलने और उद्योग धंधे बंद होने की वजह से इस भीषण गर्मी में मजदूर अपने-अपने गृह राज्य और जिले की ओर लौट रहे हैं.

मजदूरों की जो तस्वीरें आ रही हैं वे काफी विचलित करने वाली हैं. चिलचिलाती धूप में पैदल, नंगे पैर सैकड़ों किलोमीटर का सफर छोटे-छोटे बच्चों और महिलाओं के साथ गुजरते देख दुर्ग पुलिस ने एक नेक पहल की है.

दुर्ग पुलिस ने जब देखा कि बहुत से मजदूरों के पास चप्पल एवं सर को ढकने के लिए गमछे जैसी चीज का अभाव है, ऐसे में मजदूरों की यात्रा को और सुगम बनाने के लिए गमछा और चप्पल वितरित किया.

दुर्ग पुलिस ने शुक्रवार को अंजोरा बायपास में मजदूरों को तपती धूप से बचाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव के द्वारा सराफा कारोबारियों के सहयोग से मजदूरों को गमछा एवम चप्पल प्रदान किया, ताकि मजदूर इस चिलचिलाती धूप से अपने सिर एवं पैरों का बचाव कर सकें.