रायपुर। छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के वरिष्ठ वित्त प्रबंधक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. यह आरोप एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष ने लगाया है. उन्होंने सरकार ने ऐसे अधिकारियों को हटाने की मांग की है.
एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष भावेश शुक्ल ने अपने शिकायत में कहा कि छतीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के वरिष्ठ प्रबंधक वित्त आरके मिश्रा 7 महीने में 18500 किलो मीटर की यात्रा शासकीय वाहन से बिलासपुर से रायपुर व बिलासपुर-रायपुर जाते रहे. कोरोना काल में जहां दुनिया चिंतित थी, कोरोना में बिना पास के आने जाने में दिक्कत थी, तब यह बिना अनुमति के आता जाता रहा.
इसकी यात्रा से कश्मीर से कन्या कुमारी दो बार और अरणाचल प्रदेश से गुजरात एक बार आ जा सकते थे. ये गाडियों को लॉक बुक में खड़ा दिखाते रहे. गाड़ी को कुछ किलो मीटर चलता दिखाते रहे और यह गाड़ी भोजपुर टोल प्लाजा बिलासपुर के सरगांव वाली आते जाते रही. वित्त विभाग के इस अधिकारी ने लॉग बुक में कूट रचना की. ओर लिखा कुछ और गया. टोल प्लाजा का गाड़ी का पास होने का रिपोर्ट खुद गवाह बन गया है कि वह लगातार मनमानी करता रहा.
एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष ने विभागीय जांच के साथ-साथ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की है. भावेश शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में ऐसे भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी.