वरिष्ठ आईएएस अधिकारी बीएम विजयशंकर ने कथित रूप से अपने घर में खुदकुशी कर ली. वह 59 वर्ष के थे. पुलिस के मुताबिक विजयशंकर दक्षिणी कर्नाटक के जयानगर स्थित अपने आवास के पहली मंजिल के एक कमरे में मृत पाए गए.
विजयशंकर को साल 2018-19 में करोड़ों रुपये के आईएमए घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, कुछ महीने बाद जमानत पर रिहा हुए थे.
जानकारी के मुताबिक सीबीआई (CBI) 4,000 करोड़ रुपए के आईएमए पोंजी घोटाले में शंकर के खिलाफ मुकदमा चलाना चाहती थी. बता दें कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी नीत गठबंधन सरकार ने 2019 में एक विशेष जांच दल का गठन किया था, जिसने शंकर को गिरफ्तार किया था.
इसके बाद भाजपा सरकार ने इस मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया. सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि हालही में एजेंसी ने इस मामले में शंकर और दो अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी थी. सीबीआई ने इस मामले में दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए भी राज्य सरकार से इजाजत मांगी थी. बता दें कि श्री विजयशंकर कर्नाटक कैडर के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी थे.