नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल की सरकार ने स्कूलों में पढ़ने वाले विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए रिसोर्स सेंटर की शुरुआत की है. पूरे प्रदेश में 2 चरणों में 31 रिसोर्स सेंटर खोले जाएंगे, जहां विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पीच थेरेपी और व्यवहार मॉडिफिकेशन जैसी मेडिकल सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए आरके पुरम स्थित रिसोर्स सेंटर का उद्घाटन किया. इस अवसर पर श‍िक्षा न‍िदेशक उ‍द‍ित प्रकाश राय भी प्रमुख रूप से उपस्‍थि‍त रहे. उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली में इस तरह के 31 रिसोर्स सेंटर खोलने से इनमें सभी एजुकेशन जोन में होंगे, जहां विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की आसानी से पहुंच हो.

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को समावेशी शिक्षा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. इन रिसोर्स सेंटर्स के माध्यम से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को सभी जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा और उन्हें साइकोलॉजिकल काउंसलिंग, ऑक्यूपेशनल थेरेपी और स्पीच थेरेपी जैसे सेवाएं दी जाएंगी.

पहले चरण में 14 रिसोर्स सेंटर और दूसरे चरण में 17 रिसोर्स सेंटर शुरू किए जाएंगे. इन रिसोर्स सेंटर से दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ रहे 12,705 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को लाभ मिलेगा.

इन रिसोर्स सेंटर्स को डिसेबिलिटी रिहैबिलिटेशन के क्षेत्र में काम कर रहे संगठनों के सहयोग से चलाया जाएगा. बच्चों की इन रिसोर्स सेंटर्स तक लाने-ले जाने की जिम्मेदारी विद्यालय प्रमुख की होगी, जिसके लिए वे स्पेशल एजुकेटर्स नियुक्त करेंगे. इसके अलावा बच्चों को को सेंटर्स तक लाने- ले जाने के लिए होने वाले परिवहन का खर्च विद्यालय की ओर से वहन किया जाएगा.