सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज से हर्ड इम्युनिटी के लिए सीरो सर्वे शुरू हो गया है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) दो दिन तक रायपुर समेत प्रदेश के 10 जिले में यह सर्वे करेगी. ICMR के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी जांच करेगी. रैंडम सैंपलिंग के ज़रिए प्रदेश में हर्ड इम्युनिटी का पता लगाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक केंद्र के बाद राज्य सरकार भी हर्ड इम्युनिटी सर्वे करवाएगी.

इंडियन काउंसलिंग फॉर मेडिकल रिसर्च के नेतृत्व में ओडिशा और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीरो सर्विलेंस कराया जा रहा है. रायपुर जिले के दो ब्लॉक रायपुर व तिल्दा में लोगों के खून का सैंपल लिया जाएगा. 16 सितंबर से 18 सितंबर तक सैंपल लिए जाएंगे. हर जिले से 500 सैंपल लिए जाएंगे.

शेष 9 जिलों में 20 सितंबर से सैंपल लिए जाएंगे. हर जिले से 500 सैंपल लिए जाएंगे. जिसमें हाई रिस्क ग्रुप जैस कम प्रतिरोधक क्षमता वाले, कुल 260 सैंपल लिए जाएंगे और जिले के चयनित 6 क्लस्टर से 240 सैंपल कलेक्ट किए जाएंगे.

इस प्रकार 10 जिलों से कुल 5 हजार सैंपल लिए जाएंगे. सीरो सर्वे प्रति 10 लाख जनसंख्या में कोविड 19 से संक्रमित मरीजों के आधार पर सैंपल लिया जा रहा है.

इन 10 जिलों में होगा सर्वे

हर्ड इम्युनिटी के लिए रायपुर, बिलासपुर, जशपुर, बलरामपुर, कोरबा, दुर्ग, राजनांदगांव, मुंगेली, बलौदाबाजार एवं जांजगीर चांपा जिले से सैंपल लिए जाएंगे.

 क्या है हर्ड इम्युनिटी

वैज्ञानिकों के अनुसार अगर कोई बीमारी किसी समूह के बड़े हिस्से में फैल जाती है तो इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता उस बीमारी से लड़ने में संक्रमित लोगों की मदद करती है. जो लोग बीमारी से लड़कर पूरी तरह ठीक हो जाते हैं, वो उस बीमारी से ‘इम्यून’ हो जाते हैं, यानी उनमें प्रतिरक्षात्मक गुण विकसित हो जाते हैं. इम्युनिटी का मतलब यह है कि व्यक्ति को संक्रमण हुआ और उसके बाद उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता ने वायरस का मुक़ाबला करने में सक्षम एंटी-बॉडीज़ तैयार कर लिया. जैसे-जैसे ज़्यादा लोग इम्यून होते जाते हैं, वैसे-वैसे संक्रमण फैलने का ख़तरा कम होता जाता है.