पवन दुर्गम,बीजापुर. क्षेत्र में दहशत फैलाने वाले नक्सलियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों के द्वारा निरंतर प्रयाश किया जा रहा है. समाज की मुख्यधारा से भ्रमित इन नक्सली संगठनों के द्वारा कई तरह की हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था. बीते दिनों माओवादी जनमिलिशिया संगठन के सात नक्सलियों ने पुलिस के सामने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है. जिनमें लाखों रुपए के घोषित इन नक्सलियों पर दर्जनों अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिये थे. प्लाटून नंबर -13 सेक्शन कमांडर,  2 मिलिशिया कमांडर सहित 7  माओवादियों ने आतंक से तौबा कर लिया है.

शासन के पुनर्वास नीति से हुए प्रभावित

पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किये मिलिशिया नक्सली संगठन के सदस्यों ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज के मुख्यधारा से जुडने का काम किये है. आत्मसमर्पण किये इन नक्सलियों ने बताया कि नक्सली संगठन के सदस्य बहकावे में लाकर आपराधिक दुनिया में धकेल देते हैं. जहां हर दिन जीवन और मौत से जूझना पड़ता है. साथ इन नक्सलियों ने नक्सली विचारधारा को खोखली विचाराधार कारार दिये.

आत्मसमर्पण किये नक्सलियों में इस प्रकार है

छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर बीते दिनों सात मिलिशिया नक्सली संगठन के सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया. जिन पर कई हिंसक घटनाओं के आपराध दर्ज थे. सुरक्षाबल के द्वारा हमेशा इनकी तलाश रहती थी.

गिरफ्तार नक्सली इस प्रकार हैं-

1. लेकाम धैतू उम्र (35) निवासी नयापारा.     यह मिलिशिया नक्सली संगठनव के एलओएस था, जो कि 303 रायफल हथियार के साथ समर्पण किया. यह नक्सलियों के बहकावे में आकर वर्ष 2003 में नक्सली संगठन ज्वाईन किया था. कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद इस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था.

2. सुदरु कोरशा उम्र (29) वर्ष जाति मुरिया निवासी विलनार. जो कि नक्सली संगठन में प्लाटून था. इस पर दर्जनों अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद शासन नें दो लाख रुपए का इनाम घोषित था. इसने पुलिस को इंसास रायफल के साथ समर्पण किया. नक्सली ने बताया कि यह बहकावे में आकर वर्ष 2008 में नक्लसियों के बहकावे में आकर शामिल हो गया था.

3. मोटू ओयमी उम्र (28) जाति मुरिया निवासी स्कूलपारा थाना बांगपाल.  धारित हथियार 12 बोर के साथ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. यह मिलिशिया नक्सली संगठन पर डिप्टी कमांडर के पद पर था. यह वर्ष 2008 में शामिल होकर कई बड़े अपराधों को अंजाम दिया था.

4. सुकडा उर्फ सुक्कू उम्र 40 वर्ष जाति मरिया निवासी राउतपार. यह नक्सली संगठन में प्लाटूंन नंबर 13 सेक्शन कमांडर में था. जो कि पुलिस के सामने एसएलआर रायफल के साथ समर्णण किया. इसने वर्ष 2008 में नक्सली संगठन में शामिल होने के बाद कई बड़ी अपराधिक घटनाओं के अंजाम दिया.

5. माडवी पिन्नू जाति मरिया निवासी पाउरगुडापारा थाना उसूर. यह मिलिशिया नक्सली संगठन पर कमांडर के लिए काम करता था. इसने पुलिस के सामने धारित हथियार 303 के साथ समर्पण किया. नक्सलियों के कहने पर इसने वर्ष 1998 से नक्सली संगठन में शमिल हुआ था. इसके बाद इसने अभी तक में इसने दर्जनों अपरधिक घटनाओं को अंजाम दिया.

6. महेश पल्लो उम्र 26 निवासी रातमेटटा थाना ओरछा जिला नारयणपुर. यह नक्सली संगठन पर जनमिलिशिया कमांडर था. इसने पुलिस के सामने  भरमार बंदूक के साथ आत्मसर्पण किया. इसने वर्ष 2013 में नक्सलियों के बहकावे में शामिल हो गया था. जो कि अब तक में दर्जनों आपराधिक घटनाओं पर शामिल रहा.

7. सोमरी सोढी उम्र 50 साल निवासी उसूर केएएमएस खाली हाथ समर्पण किया. यह महिला वर्ष 2005 में नक्सली संगठन में शमिल हुई थी. जो नक्सलियों के लिए मीटिंग की व्यवस्था खान व हथियारों की व्यवस्था करने का काम करती है.

नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने के बाद दिये प्रोत्साहन राशि

समाज के मुख्यधारा से जुड़ने का विचार से प्रभावित इन नक्सलियों के उत्साह वर्धन के लिए उपरोक्त माओवादी जनमिलिशिया संगठन के नक्सलियों को दस-दस हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि स्वीकृत किये है. इस अवसर पर सेना के कई अधिकारी मौजूद रहे.