नई दिल्ली . राजधानी में प्रदूषण रोकने के लिए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखा है. उन्होंने प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में सहयोग के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ एक संयुक्त बैठक आयोजित करने की मांग की है.

उन्होंने लिखा है कि एनसीआर में अगर सात महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे तो निश्चित तौर पर प्रदूषण कम होगा दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कहा है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए कई कदम उठा रही है. सरकार के प्रयास से बीते कुछ वर्षों में 30 फीसदी तक प्रदूषण का स्तर कम हुआ है. संतोषजनक और मध्यम श्रेणी के दिनों की संख्या 2016 के मुकाबले लगभग दोगुनी हो गई है, लेकिन सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो जाती है.

दिल्ली सरकार की ओर से विंटर एक्शन प्लान के तहत कई कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन जब तक एनसीआर के राज्यों में प्रदूषण कारकों पर रोक नहीं लगेगी तब तक इन प्रयासों का लाभ नहीं होगा. सेंटर फॉर साइंस एनवायरमेंट की ओर से जारी की गई रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में 31 फीसदी प्रदूषण अंदर के स्रोतों से, जबकि 69 फीसदी बाहरी स्रोतों से है. गोपाल राय ने पत्र के जरिए भूपेंद्र यादव से अपील की है कि प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए मिलजुलकर ठोस कदम उठाए जाएं.

प्रदूषण पर सरकार संवेदनहीन भाजपा

दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण पर संवेदनहीन है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है. यह चौकाने वाला है. दिल्ली सरकार प्रदूषण कारकों से निपटने की विफलता से जनता का ध्यान हटाना चाहती है, पर जनता इनकी सच्चाई जानती है.

● एनसीआर से दिल्ली में आने वाले सभी सार्वजनिक वाहन सीएनजी या इलेक्ट्रिक से ही चलाए जाएं

● एनसीआर में पराली जलाने की घटनाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए

● प्रदूषणकारी ईंधन से चल रही औद्योगिक इकाइयों को प्राकृतिक गैस पर परिवर्तित किया जाए

● प्रदूषण फैलाने वाले ईंट भट्टों को चिह्नित कर जल्द से जल्द जिग जैग तकनीक में बदला जाए

● सभी हाउसिंग सोसाइटी के लिए बिजली सप्लाई सुनिश्चित की जाए, ताकि डीजल जेनेरेटर का इस्तेमाल न हो

● दिल्ली की तरह एनसीआर में भी पटाखों के जलाने पर पाबंदी लगाई जाए

● उन वाहनों को ईस्टर्न एवं वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर भेजा जाए, जिनका गंतव्य स्थान दिल्ली नहीं है