नई दिल्ली। मानव तस्करों के एक गिरोह द्वारा चलाए जा रहे एक बड़े सेक्स रैकेट का दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया है. टीम ने 10 विदेशी महिलाओं को उनके चंगुल से छुड़ाया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने रैकेट में शामिल पांच लोगों को भी गिरफ्तार किया है.

क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर विचित्र वीर सिंह ने कहा कि आरोपी विदेशी महिलाओं को सेक्स वर्कर का काम करने के लिए लुभाते थे और उन्हें उज्बेकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों से भारत लाकर वेश्यावृत्ति में शामिल करते थे. उन्होंने कहा कि “गुप्त सूचना मिलने पर एक पुलिस कांस्टेबल को फर्जी ग्राहक के तौर पर मौके पर भेजा गया और एक अन्य कर्मी बाहर तैनात किया गया. साथ ही वास्तविक पहचान छिपाकर एजेंटों से संपर्क किया गया था”.

पुलिस बनी ग्राहक

डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि तय रकम पर सौदा तय होने पर फर्जी ग्राहक को मालवीय नगर के एक पते पर भेजा गया. जहां एजेंट अरूप और साहनी ने 10 विदेशी महिलाओं को पेड सेक्स के लिए चुना. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर दोनों एजेंटों को मौके से दबोच लिया।

विदेशी दंपती हैं रैकेट के सरगना

अधिकारी ने कहा कि “सभी विदेशियों को भारत में रहने के लिए अपना वैध वीजा और पासपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया. लेकिन किसी के पास दस्तावेज नहीं थे. लगातार पूछताछ करने पर पता चला कि जुमायेवा और उसका पति मेरेदोब अहमद इस रैकेट के सरगना हैं. एक अन्य आरोपी अली शेर विदेशी महिला को भारत में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा दिया था और यहां आने के बाद उसने उन्हें दंपत्ति को सौंप दिया।

किराए पर लिया था परिसर

अधिकारी के मुताबिक उक्त परिसर को जुमायेवा के एक एजेंट ने किराए पर लिया था. फिलहाल वह फरार है. पुलिस ने जिन आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया है उनकी पहचान मोहम्मद अरूप (31), चंदे साहिनी उर्फ राजू (30), अली शेर तिलदादेव (48) और तुर्कमेन नागरिक अजीजा जुमायेवा और मेरेदोब अहमद के रूप में हुई है.

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